हेमंत वर्मा- धरसींवा। छत्तीसगढ़ के धरसींवा अंचल में होली पर्व के दौरान हुड़दंग और लापरवाही से कई लोगों की जान खतरे में पड़ गई। चरौदा और साकरा में महिलाओं को नशेड़ी युवकों ने दौड़ाकर जमकर पीटा। जिससे वे लहूलुहान हो गई। वहीं इस बीच पुलिस की कड़ी सुरक्षा की बात और खाकी की धमक का असर दिखाई नहीं दिया।
दूसरी ओर सिलयारी के अंतर्गत आने वाले ग्राम मलौद में भाजपा कार्यकर्ता ग्राम सभा अध्यक्ष के ऊपर लोगों ने हमला कर दिया। इस दौरान 25 से ज्यादा लोगों ने उनको रॉड और डंडे से पीट- पीट कर बुरी तरह घायल कर दिया। वहीं होली त्यौहार के दिन ही दस अन्य मामले दर्ज किए गए हैं। लेकिन हैरानी की बात है कि, इन पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है। जिसके कारण लोगों में पुलिस के प्रति आक्रोश है।
ग्राम सभा अध्यक्ष पर जानलेवा हमला
इस बार धरसींवा इलाके के गांवों में असमाजिक तत्वों और शराबियों का बोलबाला चरम पर दिखाई दिया। वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन की तगड़ी व्यवस्था धरी की धरी रह गई। इसमें सबसे बड़ी घटना ग्राम मलौद की सामने आई है। यहां पर ग्राम सभा अध्यक्ष प्रदीप वर्मा के ऊपर दो दर्जन लोगों ने हमला कर घायल कर दिया। जिनका रायपुर के निजी अस्पताल में इलाज जारी है। प्रदीप वर्मा की हालत नाजुक बनी हुई है।
नाजुक स्थिति में इलाज जारी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत मलौद के ग्राम सभा अध्यक्षश्री प्रदीप वर्मा होली के दिन भोजन करके अपने घर के आसपास टहल रहे थे। तभी लगभग दो दर्जन लोगों ने उनकी जमकर पिटाई कर दी। जिससे प्रदीप वर्मा बुरी तरह से घायल हो गए हैं। पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर घायल प्रदीप वर्मा को अस्पताल पहुँचाया। जिसका इलाज चल रहा है।
अब तक नहीं हुई गिरफ़्तारी
इस घटना को लेकर पुलिस अभी तक किसी प्रकार की कोई गिरफ्तारी नहीं की है। वहीं मामले में पुलिस ने कहा- इस घटना में कांउन्टर केस दर्ज किया गया है। घायल के बयान लेने के बाद ही किसी की गिरफ्तारी हो पाएगी।
युवक ने महिला को जमकर पीटा
होली के दिन सिलतरा पुलिस चौकी के ग्राम साकरा में अफरा-तफरी मच गई। ग्राम के तरुण शर्मा नाम का युवक शराब पीकर हंगामा कर रहा था। इसी बीच एक महिला सकुन बाई पानी भरने निकली थी। इसी बीच उन्होंने युवक को गाली- गलौज करने से रोका तो उसने महिला पर ही हमला कर दिया।इस दौरान महिला लहूलुहान हो गई। मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है लेकिन अभी तक आरोपी युवक की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है।
काउंटर केस का दबाव
पुलिस थाने में मारपीट और गुंडागर्दी की घटना सामने आई है, तो प्रार्थी के ऊपर आत्मरक्षा को गम्भीर अपराध मानते हुए आरोपियों से मिलीभगत कर कांउन्टर केस की हालत पैदा कर समझौतों में तब्दील कर दिया गया। जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद है। इसी प्रकार पुलिस ने मलौद, साकरा और चरौदा में दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर काउंटर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, स्थानीय लोग पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।