रायपुर। छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने क्वींस क्लब के दरवाजे पर ताला जड़ दिया। बोर्ड ने यह कार्रवाई शुल्क 33 लाख रुपए बकाया शुल्क को जमा नहीं करने पर की है। संचालक द्वारा क्वींस क्लब के नाम को बिना मंडल से अनुमति लिए परिवर्तित कर द अलेक्जर इन कर दिया गया है। इसे लेकर हाउसिंग बोर्ड ने नोटिस भी जारी किया, पर वर्तमान क्लब संचालक द्वारा किसी भी नोटिस का जवाब नहीं दिया गया, जिसके बाद सीलिंग की कार्रवाई की गई।

छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने एक बार फिर से शहर के विवादास्पद क्वींस क्लब को ताला लगा दिया। यह कार्रवाई बकाया शुल्क जमा नहीं करने पर बोर्ड द्वारा की गई। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा अपनी भूमि पर क्वींस क्लब का निर्माण किया गया है। इसका संचालन निजी हाथों में सौंपा गया है। प्रशासन को बिना बताए नाम बदलकर क्लब का संचालन किया जा रहा था।

बिना अनुमति बदल दिया क्लब का नाम

क्वींस क्लब के नाम को छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल से बगैर अनुमति लिए बदला गया। यह अनुबंध की शर्त का खुला उल्लंघन है। क्लब का नाम क्वींस क्लब से बदलकर अलेक्जर इन कर दिया गया था। जबकि अनुबंध के हिसाब से भूमि का स्वामी छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल है, इसे किसी भी प्रकार के किराया, लीज, विक्रय या अन्य किसी विधि से हस्तांतरित नहीं किया जा सकेगा। पर इसकी अनदेखी कर संचालक द्वारा इसे अवैध रूप से हस्तांतरण करने का प्रयास किया गया। कोरोनाकाल में लॉकडाउन के समय गैरकानूनी गतिविधियों का संचालन किया गया। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा लगातार पत्रों के माध्यम से अनुबंध में किए जा रहे उल्लंघन की सूचना दी गई। सुनवाई के लिए संबंधित पक्ष को पर्याप्त अवसर दिया गया। बावजूद संचालक एमीमेंट इंफास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने इस पर कोई रिस्पांस नहीं दिया।

फरवरी में अंतिम सूचना देकर अनुबंध निरस्त

छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल ने अनुबंध निरस्त करने अंतिम सूचना 19 फरवरी 2024 को जारी की। निर्धारित अवधि में कोई उत्तर या संपर्क नहीं किए जाने पर 15 मार्च को अनुबंध में दी गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए अनुबंध निरस्त किया और रविवार की शाम 4 बजे क्वींस क्लब ऑफ इंडिया को अपने आधिपत्य में ले लिया। आधिपत्य में लेते समय क्वींस क्लब इंडिया के संचालक के कक्ष में गौरव अरोरा उपस्थित थे, जिनको क्लब खाली करने का पर्याप्त समय दिया गया। उनके द्वारा आफिस में रखे गए दस्तावेज, लैपटॉप व अन्य सामग्री को प्राप्त कर लिया गया। सूत्रों के मुताबिक किचन में रखी खाद्य सामग्री, बर्तन व अन्य सामग्री प्राप्त करने के लिए कुछ अतिरिक्त समय की मांग की गई, जिसकी वीडियोग्रॉफी और फोटोग्राफी कराई गई है। जिसे मंडल के प्रतिनिधि अधिकारी की मौजूदगी में सौंप दिया जाएगा। कार्यवाही में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल की ओर से अनुबंधित अधिकारी विनोद कुमार गहरवार, कार्यपालन अभियंता संभाग 3, राजख अधिकारी पवन कोसमा, तहसीलदार रायपुर और तेलीबांधा थाना प्रभारी विनय सिंह सहित उनके सहकर्मी उपस्थित रहे।