बस्तर में आवास घोटाला : मकान पूरे बने नहीं और हो गया 20 करोड़ का भुगतान

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बीजापुर जिले में एक ठेकेदार ने पहले तो तय समय पर काम पूरा नहीं किया। कार्य अवधि बढ़ाने की मंजूरी के बिना उससे काम लिया जा रहा है। 

महेंद्र विश्वकर्मा - जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में हाउसिंग बोर्ड के एक ठेकेदार और बोर्ड अफसरों की अनियमितता का मामला सामने आया है। बताया गया है कि यहां एक ठेकेदार ने पहले तो तय समय पर काम पूरा नहीं किया। कार्य अवधि बढ़ाने की मंजूरी के बिना उससे काम लिया जा रहा है। यही नहीं, इस ठेकेदार को 20.65 करोड़ रुपए का भुगतान बिना काम पूरा किए ही कर दिया गया।

इसके पूरा किए ही कर दिया गया। इसके पीछे ठेकेदार और बोर्ड के संबंधित अधिकारियों पर मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं। इससे भी महत्वपूर्ण तथ्य ये है कि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद बोर्ड के रायपुर मुख्यालय की टीम ने यहां आकर जांच निरीक्षण किया और अपनी रिपोर्ट सौंप दी, लेकिन रिपोर्ट मिलने के पांच महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

पांच माह पहले ही मुख्यालय को भेजी है रिपोर्ट

हाऊसिंग बोर्ड प्रक्षेत्र जगदलपुर के अपर आयुक्त एसके भगत ने बताया कि मुख्यालय से पहुंची टीम के साथ बीजापुर जिले के 4 ब्लॉक मुख्यालय में निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण कर रिपोर्ट मुख्यालय को पांच माह पूर्व भेजी जा चुकी है।

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काम अधूरा फिर भी मापकर कर दिया भुगतान

निरीक्षण में पता चला कि बीजापुर, भैरमगढ़, - भोपालपट्टनम एवं ऊसूर (आवापल्ली) में सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों हेतु जीएडी आवास भवनों का निर्माण एवं विकास कार्य जांच समिति के निरीक्षण 2 अगस्त 2024 तक पूर्ण नहीं हुआ है। नहीं हुआ है। विकासखण्ड भोपालपट्टनम एवं ऊसूर (आवापल्ली) में कार्यस्थल पर जिन आयटमों का कार्य संपादन नहीं हुआ है, उन संपादन नहीं हुआ है, उन आयटमों का भी माप दर्ज कर भुगतान किया जा चुका है तथा निर्माण कार्य हेतु सक्षम अधिकारी द्वारा प्रदत्त अतिरिक्त समयावृद्धि अवधि 28 फरवरी 2022 समाप्त होने पश्चात कार्य कराया जा रहा है, परन्तु अतिरिक्त समयावृद्धि स्वीकृति हेतु ठेकेदार द्वारा आवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया है, न ही कार्यपालन अभियंता द्वारा अतिरिक्त समयावृद्धि हेतु प्रकरण उपायुक्त को प्रेषित किया है।

इन अधिकारियों ने की थी जांच

बोर्ड के आयुक्त के निर्देश पर हाऊसिंग बोर्ड प्रक्षेत्र जगदलपुर के अपर आयुक्त एसके भगत, मुख्यालय वृत्त नवा रायपुर उपायुक्त बीबी सिंह, नवा रायपुर के कार्यपालन अभियंता दिलीप राठी एवं रायपुर के उप अभियंता सुरज पटेल संभाग के बीजापुर जिला अंतर्गत 4 विकासखण्ड मुख्यालयों में निर्माणाधीन आवासों को निरीक्षण किया था।

एनके कंस्ट्रक्शन को मिला है ठेका

बताया गया है कि, यह कार्य दुर्ग के अ श्रेणी ठेकेदार मेसर्स एनके कंस्ट्रक्शन कों दिया गया था। 4 सितंबर 2017 को इनसे अनुबंध किया गया। इसके मुताबिक 3 मार्च 2019 को निर्माण का पूर्ण होना था, लेकिन कार्य अभी भी निर्माणाधीन है। विकासखण्ड भैरमगढ़, भोपालपट्टनम एवं ऊसूर (आवापल्ली) के कार्य अंतर्गत सहायक अभियंता द्वारा दर्ज कर भुगतान हेतु प्रस्तावित किया जाना तथा कार्यपालन अभियंता द्वारा दर्ज माप अनुसार संभागीय कार्यालय में अंकेक्षण उपरांत देयकों का भुगतान किया गया। इसमें कार्य में अनुबंधानुसार 20 करोड़ 85 लाख 42 हजार 381 रुपए का व्यय किया जाना है, परन्तु अनुबंध अंतर्गत प्रथम चलदेयक से सत्रहवें चल देयक तक 20 करोड़ 65 लाख 55 हजार रुपए का भुगतान कर दिया गया है।

निरीक्षण के दौरान बंद रहा निर्माण कार्य

विकासखण्ड बीजापुर में 6 एफ- टाइप, 18 जी-टाइप, एवं 20 एच- टाईप का निर्माण एवं विकास कार्य पूर्ण हो चुका है तथा भवनों का हस्तांतरण कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग पश्चिम बस्तर संभाग बीजापुर को 16 अक्टूबर 2023 को किया जा चुका है। निरीक्षण 2 अगस्त 2024 को भवनों में अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा निवास किए जाने के कारण भवनों के अन्दर प्रवेश कर अवलोकन नहीं किया जा सका। निरीक्षण के दौरान कार्यस्थल पर लगभग 20- 25 श्रमिक कार्य कर रहे थे तथा कार्य प्रगति पर होना पाया गया एवं ठेकेदार की ओर से 2 सुपरवाईजर देख-रेख हेतु उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान केवल एफ-टाईप ब्लॉक में भू-तल एवं प्रथम तल पर ब्रिक मेशनरी का कार्य किया जा रहा था तथा 3 जी एवं 2 एच ब्लॉक का कार्य यथास्थिति में बंद था।

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