हेमन्त वर्मा- धरसींवा। छत्तीसगढ़ के धरसींवा विधायक अनुज शर्मा ने अवैध शराब बिक्री करने वाले कोचियों पर कार्रवाई की। लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे विधायक को गांव की महिलाओं ने अवैध शराब बिक्री की बात बताई। जिसके बाद विधायक शर्मा खुद महिलाओं के साथ शराब बिक्री करने वाले कोचियों के घर गए। इस दौरान कोचियों के घर से 3 पाव अवैध शराब जब्त की गई। साथ ही आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। 

मिली जानकारी के अनुसार गिरौद गांव में लोकार्पण भूमिपूजन कार्यक्रम में पहुंचे विधायक अनुज शर्मा को महिलाओं ने अवैध शराब बिक्री होने की समस्या को बताया। जिसके बाद विधायक शर्मा महिलाओं के साथ अवैध शराब की बिक्री करने वाले कोचियों के घर पहुंचे। इस दौरान कोचियों के घर से अवैध शराब मिलने पर तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। इस पर अनुज शर्मा ने कहा कि, अवैध शराब बिक्री करने वाले और पीने वाले सभी गांव के ही लोग है। जब तक लोगों का सहयोग नहीं मिलेगा इस पर रोक नहीं लगाया जा सकता।

अवैध शराब जब्त 

विधायक अनुज शर्मा ने महिलाओं के साथ अवैध रूप से बिक रहे शराब कोचियें के घर दबिश देकर गांव के ही पिता पुत्र यशवंत वर्मा और आयुष वर्मा के घर पहुंचे। इस दौरान घर से एक- एक लीटर की दो बोलतें और 3 पाव शराब जब्त की गई। आदतन शराब कोंचिया ने शरा​​ब पिलाने के लिए अपने घर के बाहर अहाता बनाया था। जिसको महिलाओं ने ढहा दिया।

अवैध शराब बिक्री पर जीरो टॉलरेंस - शर्मा 

इस पूरे मामले में विधायक अनुज शर्मा ने कहा कि, अवैध शराब ​की बिक्री पर जीरो टॉलरेंस है। इस सामाजिक बुराई को लोगों के सहयोग के बिना नहीं रोका जा सकता है। अवैध शराब की बिक्री पर बिल्कुल ढील नहीं दी जा सकती। ग्रामीणों की मंशा के अनुरूप कार्रवाई होती रहेगी, किसी को बक्शा नहीं जाएगा।

कोचियों के बनाए गए अवैध शराब अहाता को ढहाते हुए महिलाएं 

पुलिस की मिलीभगत से हो रही शराब बिक्री 

ग्रामीणों ने बताया कि, पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से अवैध शराब की बिक्री हो रही है। गांव में अवैध शराब का काला कारोबार दिनों- दिन बढ़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर उन्होंने पुलिस अधीक्षक और आबकारी विभाग के अधिकारियों को शिकायत की थी। लेकिन इस पर कोई ध्यान दे रहा है। वहीं सिलतरा पुलिस सहित आबकारी विभाग की शह पर ही यह धंधा फल फूल रहा है।

दो शराब कोचियों को पुलिस के हवाले किया गया 

अवैध रूप से सैकड़ो कबाड़ की दुकान और अवैध शराब का धंधा सीधे तौर पर उन पुलिसकर्मियों का सरक्षण है जो अंगद की पाँव की तरह इन थानों में सालों से जमे हुए हैं। कई बार शिकायत हो चुकी है लेकिन वरिष्ठ अफसरों के लिए धरसींवा क्षेत्र चारागाह के रूप में स्थापित हो चुका है। विधायक की छापा मार कार्यवाही में दो शराब कोचियों को पुलिस के हवाले किया गया। आरोपियों के खिलाफ धारा 34 (1) और आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही किया गया है।

पुलिस की कार्यप्रणाली पर खड़े हुए सवालिया निशान 

वहीं इस दौरान महिलाओं ने खुले आम दबंगई दिखाने वाले शराब विक्रेता के अवैध रूप से बनाए गए झोपड़ी को तोड़ दिया। वहीं इस पूरे मामले के बाद धरसींवा और सिलतरा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो गए है। अगर जनप्रतिनिधि ही खुद शराब पकड़ेंगे तो पुलिस की क्या भूमिका होगी।