अनिल उपाध्याय- सीतापुर। छत्तीसगढ़ के सीतापुर में अवैध रेत खनन पर बड़ी कार्यवाही की गई है। नदी से अवैध रेत का परिवहन करने वाले चार ट्रैक्टरों को जब्त किया गया। रेत माफिया बिना किसी अनुमति के धड़ल्ले से अवैध खनन कर नदी को खोखला कर रहे थे। वहीं इस कार्यवाही के बाद से तस्करों के बीच हडकंप मचा हुआ है।

दरअसल, यह पूरा मामला विकासखंड मैनपाट के तराई गांव हर्रामार का है। जहां के मांड नदी से तस्कर लगातार अवैध रूप से रेत खनन और परिवहन का काम कर रहे हैं। तस्कर मांड नदी से रेत का अवैध खनन कर उसे पड़ोसी जिला जशपुर के पत्थलगांव समेत आसपास के क्षेत्रों में खपा हैं। वहीं कार्यवाही न होने के कारण रेत माफियाओं के हौसले बुलंद है। जिसके कारण रेत का अवैध खनन बेखौफ रूप से जारी है। बिना किसी वैध दस्तावेज के रेत माफिया अवैध खनन और परिवहन की आड़ में मोटी कमाई कर रहे हैं।

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अवैध खनन कर मांड नदी को कर रहे खोखला

धड़ल्ले से हो रहा अवैध रेत परिवहन 

अवैध रेत खनन के कारण शासन को राजस्व का नुकसान झेलना पड़ रहा है। वहीं इस मामले की खबर नायब तहसीलदार राजापुर को लगी तो वे दलबल समेत मांड नदी पहुँचे। नदी में रेत तस्कर अवैध रूप से रेत खनन कर ट्रैक्टर द्वारा परिवहन किया जा रहा थे। इस दौरान मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने तस्करों से नदी से रेत खनन और परिवहन संबंधित दस्तावेज की मांग की। लेकिन रेत तस्कर अधिकारी के समक्ष किसी तरह का वैध दस्तावेज पेश नही कर पाए।

चार ट्रैक्टरों किया गया जब्त 

नायब तहसीलदार ने अवैध रेत खनन और परिवहन के मामले में रेत से भरे चार ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया। जिसके बाद कार्यवाही करते हुए इन सभी जब्त किए गए ट्रैक्टरों को थाने के सुपुर्द कर दिया है। वहीं नायब तहसीलदार के इस कार्रवाई से रेत तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है।