जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चाम्पा जिले में 11 दिन में दूसरी बार बजरंग बली की प्रतिमा खंडित की गई। खेत में खंडित मूर्ति के साथ शराब की बोतलों के टुकड़े भी मिले। इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने कटौद शिवरीनारायण मार्ग पर चक्काजाम कर भजन-कीर्तन किया। यह मामला नवागढ़ थाना क्षेत्र का है।
बता दें कि, ग्राम खैरताल-कटौद के सड़क किनारे भगवान बजरंग बली की प्रतिमा विराजित थी। असामाजिक तत्वों ने रविवार 18 फरवरी को उस मूर्ति को उठाकर खेत में फेंक दिया। जब ग्रामीण तालाब के किनारे से निकल रहे थे तो उन्हें हनुमान जी की मूर्ति नहीं मिली। तब गांववालों ने आसपास मूर्ति की तलाश शुरू की। तब कुछ ही दूर खेत में हनुमान जी की मूर्ति फेंकी पड़ी दिखाई दी। मूर्ति पर शराब की बोतल तोड़कर शराब डाला गया था।
आक्रोशित ग्रामीणों, बजरंग दल और विहिप के कार्यकर्ताओं ने किया चक्काजाम
इसके बाद गांववालों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। लेकिन पुलिस मामले को ठंडे बस्ते में डालने लगी। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकताओं के साथ मिलकर चक्काजाम कर दिया। साथ ही उन्होंने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ भजन-कीर्तन करते हुए लगभग 4 घंटों तक प्रदर्शन किया।
मौके पर पहुंचे एसपी, तहसीलदार और पुलिस
प्रदर्शन के कारण गाड़ियों और लोगों का निकलना बंद हो गया। इसकी जानकारी मिलते ही नवागढ़ पुलिस के साथ मौके पर एसपी और तहसीलदार भी पहुंचे। बजरंग दल के कार्यकर्ता कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे।
पहले भी खंडित की जा चुकी है मूर्ति
बजरंग दल और वीएचपी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि, हम भगवान का अपमान नहीं सहेंगे। 8 फरवरी को इसी हनुमान मूर्ति को खंडित किया गया था। तब भी पुलिस ने सिर्फ मामला दर्ज किया था, कोई कार्रवाई नहीं की थी। इस मामले में पुलिस को सख्ती बरतनी चाहिए।
कार्रवाई के आश्वासन के बाद खुला चक्काजाम
वहीं प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रशासन चक्काजाम खत्म करने के लिए समझाइश दे रहा था। उधर बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता अपनी मांगों पर अड़ गए। इसके बाद पुलिस ने मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। तब जाकर चक्काजाम खुला।