अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : दूधाधारी कॉलेज में मना आनंद मेला, छात्राओं ने लगाई प्रदर्शनी

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला महाविद्यालय में आनंद मेले का आयोजन किया। इस मौके पर छात्राओं ने अपनी कला प्रदश्नी लगाकार दिखाई।;

Update:2025-03-08 17:43 IST
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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी राुयपर के शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। इस मौके पर छात्राओं ने स्वरोजगार और उद्यमिता विकास के अंतर्गत आनंद मेले में अपना स्टाल लगाया। नगर पालिका निगम रायपुर महापौर मीनल चौबे मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुई।

महापौर मीनल चौबे ने कहा कि, महिलाओं को किसी एक दिवस की दरकार नहीं है। हर दिन महिलाओं का ही दिन होता है। घर परिवार के साथ ही अन्य क्षेत्र में भी उतनी शिद्दत से कार्य करती हैं। उन्होंने कहा कि, रायपुर के लिए मैं अपने दायित्व को अच्छे से निभाने का प्रयास करूंगी। महिलाओं की क्षमता से लोग अवगत हों। महापौर ने महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा तैयार किये गए व्यंजनों का स्वाद लिया। छात्राओं ने कम लागत में तैयार की गई विभिन्न आकर्षक वस्तुओं को देखकर उनके प्रयासों की सराहना की। 

छात्राओं ने लगाई प्रदर्शनी

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल ने कहा कि,  महिलाएं संघर्षों से जूझकर आगे बढ़ रही हैं जो उनके सशक्त होने के लिए आवश्यक है। छात्राओं को शुभकामनाएं दी और निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। आनंद मेले में महाविद्यालय के विभिन्न विभागों की छात्राओं द्वारा हस्त निर्मित वस्तुओं, खाद्य पदार्थों, आभूषण,  घर सज्जा के सामान इत्यादि की प्रदर्शनी लगाई गई।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रतिभावान छात्राओं वैप्रल सौम्या को स्नातक स्तर पर श्रेष्ठ छात्रा और अंजली नियल को स्नातकोत्तर स्तर पर श्रेष्ठ छात्रा का पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कल्पना मिश्रा और आभार संयोजक डॉ. शिप्रा बैनर्जी ने किया। कार्यक्रम में स्वरोजगार और उद्यमिता विकास समिति की संयोजक डॉ शिप्रा बैनर्जी छात्रसंघ प्रभारी डॉ वैभव आचार्य और सदस्य डॉ कल्पना लांबे, डॉ अनिता दीक्षित, डॉ रागिनी पांडेय, डॉ रितु मारवाह, कविता ठाकुर, महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, अतिथि प्राध्यापक, अधिकारी -कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्राएँ मौजूद रहीं। कुल 58 स्टॉल लगाए गए थे। एक ओर खाद्य पदार्थ, दूसरी ओर खेल और तीसरी तरफ हस्त निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई थी।

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