फ़िरोज़ खान- अंतागढ़। छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ ITI के तकनीकी शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। यहां पर कोपा में ट्रेनिंग ले रहे 45 स्टूडेंट्स के लिए मात्र पांच कंप्यूटर है। जिसके कारण यहां की शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजमी है। पर्याप्त ट्रेनिंग सामान नहीं होने से स्टूडेंट्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उनके भविष्य पर भी खतरा मंडरा रहा है।
दरअसल, अंतागढ़ में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान ( ITI ) की स्थापना 2007 में हुई थी। जिसमें क्षेत्र के युवक युवतियों को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षित कर स्वरोजगार के अवसर देना ITI का मुख्य उद्देश्य था। लेकिन वर्तमान स्थिति को देखें तो यहां के बच्चों का भविष्य संकट में पड़ गया है। ITI के कम्प्यूटर आपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट यानी कोपा ट्रेड में 45 बच्चे ट्रेनिंग ले रहे है। जहां पर 45 बच्चों के लिए मात्र 5 कंप्यूटर संस्था में है। उसमें से भी चलित अवस्था में मात्र 2 कंप्यूटर ही हैं।
ITI के कोपा में नहीं है ट्रेनिंग सामान
कंप्यूटर की कमी के चलते कोपा करने वाले स्टूडेंट्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह मामला ITI ट्रेनिंग की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़ा करता है। छात्रों ने बताया कि, प्रैक्टिकल के लिए उन्हें लंबी पारी का इंतजार करना पड़ता है। वहीं प्रशिक्षक का कहना है कि, स्थापना वर्ष 2007 के बाद से ITI के कोपा ट्रेड में कोई भी नई ट्रेनिंग सामग्री नहीं आई है। इस मामले में डायरेक्टर संचनालय रोजगार एवं ट्रेनिंग रायपुर को पत्र के माध्यम से अवगत भी कराया है। लेकिन इस पर अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया है।