रायपुर- कांग्रेस के कुछ नेताओं को अपने और अपने परिवार की जान का खतरा है। इन सब के बीच स्वर्गीय एनसीपी नेता राम अवतार जग्गी के बेटे सतीश जग्गी ने राज्य सरकार से सुरक्षा मांगी है। वे अक्सर अपने पिता की मौत को लेकर कोर्ट के चक्कर लगाते रहते हैं। ऐसे में उन्हें लग रहा है कि, साजिश रचकर उन्हें और उनके पूरे परिवार को खत्म कर दिया जाएगा। 

सतीश जग्गी ने क्या कहा 

स्वर्गीय एनसीपी नेता राम अवतार जग्गी के बेटे सतीश जग्गी ने कहा कि, मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा है। मुझे सरकार सुरक्षा दें, क्योंकि मैं ज्यादातर कोर्ट में आना-जाना करता रहता हूं। मैं जिन लोगों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहा हूं वो मेरे साथ कुछ भी कर सकते हैं। 

मेरे पिता की राजनीतिक हत्या हुई थी

सतीश जग्गी ने बताया कि, मेरे पिता की राजनीतिक हत्या हुई थी और इस हत्या के लिए बहुत बड़ी साजिश की गई थी। हालांकि इस मामले को लेकर 2003 से लगातार इस मामले कानूनी लड़ाई लड़ी जा रही है। इस लड़ाई का फैसला हाईकोर्ट ने हमारे पक्ष में दिया है और इस मामले में शामिल 27 आरोपियों को उम्रकैद की सजा देने का फैसला किया है। लेकिन जमानत में जो आरोपी  बाहर हैं, उन्हें वापस लाया जाएगा। 

किसके कहने पर गोली चलाई गई थी

सतीश जग्गी ने कहा कि, हत्या के पीछे किसका हाथ था ? किसके कहने पर गोली चलाई गई थी ? इनके जबाव अब तक नहीं मिल पाए हैं। वैसे तो न्याय के लिए ही उन्होंने अमित जोगी के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। इसके लिए कोर्ट ने अमित जोगी को नोटिस दिया है। दरअसल, 4 जून 2003 को एनसीपी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद अमित जोगी को छोड़कर बाकी 28 लोगों को सजा गई थी। उसे वक्त हाईकोर्ट चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस अरविंद वर्मा डिवीजन बेंच ने इन सबको सजा सुनाई थी। इस केस में 2 तत्कालीन सीएसपी और 1 थाना प्रभारी के अलावा याहया ढेबर और शूटर चिमन सिंह शामिल हैं।