संजय यादव- कवर्धा। छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण समारोह में गुण्डाधुर सम्मान प्राप्त कर वापस लौटीं पैराएथलिटिक्स खिलाड़ी छोटी मेहरा को सरकार से नौकरी और एक घर की मदद की दरकार है। छोटी मेहरा को अब तक दर्जनों सम्मान के अलावा अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड और सिल्वर मेडल मिल चुके हैं। लेकिन, उनके आर्थिक स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
छोटी मेहरा आज भी 8 बाई 8 के दो कमरे की छोटे से मकान में रहती हैं। उनके माता पिता दोनों की मृत्यु हो गई है। वहीं एक बड़े भाई और छोटी बहन है जो पढाई करती है, उनका भी जिम्मा छोटी को ही उठाना पड़ता है। ऐसे में उन्हें खेल में और घर में दोनों ही स्थानों पर आर्थिक संघर्ष पर जूझना पड़ रहा है। उपर से छोटी की हाईट कम होने की वजह से उन्हें कहीं काम भी नहीं मिल पाता। यही वजह है कि छोटी मेहरा को गुण्डाधुर सम्मान मिलने के बाद वह खुश तो है लेकिन सरकार से उम्मीदें बढ़ गई है।
सीएम से सुविधाएं उपलब्ध करवाने का किया निवेदन
उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से निवेदन किया है कि, उन्हें खेल के क्षेत्र में और बेहतर प्रदर्शन करने हेतु सुविधाएं उपलब्ध कराएं साथ ही प्रदेश के अन्य प्रतिभावान खिलाड़ियों के लिए भी खेल की दिशा में बेहतर कार्य करें।