जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर पैसे बांटने के आरोप लगे हैं। आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए कवासी लखमा और जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य ने पैसे बांटे थे। जिसके बाद अब उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। दोनों नेताओं पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा है।

मिली जानकारी के अनुसार, 25 मार्च रविवार की शाम होलिका दहन के अवसर पर पूर्व मंत्री कवासी लखमा कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद वे जगदलपुर पंहुचे थे। जहां कवासी लखमा ने दंतेश्वरी मंदिर के सामने होलिका दहन करने वाली समिति को 500-500 के नोट बांटना शुरू कर दिया था। जिसकी तस्वीरें वायरल हो गई।

इन धाराओं के तहत हुआ मामला दर्ज 

जिसके बाद इस मामले में चुनाव आयोग से शिकायत किया गया था। चुनाव आयोग के मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट जिला नोडल अधिकारी की शिकायत पर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में कवासी लखमा और कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 171 बी, 171 ग और 171 ई, एवं 188 के तहत प्राथमिकी कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

मंत्री केदार कश्यप ने EC से की थी शिकायत

वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा था कि, कांग्रेस पार्टी ने पीटे हुए चहरों को मैदान में उतारा है और अब कांग्रेस धनबल के जरिए चुनाव जीतना चाह रही है। उनके पूर्व मुख्यमंत्री ईडी-सीबीआई के जांच के घेरे में है। जिन्होंने छत्तीसगढ़ को लूटा है, अब वो धनबल का सहारा ले रही है। जिसके बाद मंत्री केदार कश्यप ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करने की बात कही थी।