बेमेतरा- छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में एससीईआरटी के आदेश के मुताबिक, जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान डाइट के पांच दिवसीय योग शिक्षा में रोज की तरह सुबह 6:00 बजे से 8:00 तक प्रशिक्षाणार्थियों ने योग अभ्यास किया। 10 प्रशिक्षणार्थियों ने पानी गर्म करके जल नेती का लाभ उठाया।
जल नेति के लाभ बताए गए
मास्टर ट्रेनर्स एला राम देवांगन ने जल नेति के लाभ को प्रशिक्षणार्थियों को बताया है। उन्होंने कहा कि, ओम के उच्चारण के साथ योगाभ्यास शुरू किया जाए। भ्रामरी प्राणायाम, उच्चाई प्राणायाम, अनुलोम विलोम और कपालभाति का अभ्यास कराया गया। साथ ही प्राणायाम से होने वाले लाभों को भी बताया गया है। साथ ही साथ उनके लाभों को भी बताया गया। इसके बाद जॉगिंग के 12 स्टेप को कराए गए। सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप को भी बताया गया। वज्रासन पर बैठकर शशक आसान और मंडूकासन के फायदे बताए गए। सभी प्रशिक्षणार्थियों ने योगाभ्यास को पूरे मन लगाकर कर किया और बहुत खुशी जाहिर की।
एक घंटे का समय हमारे शरीर को दें
प्राचार्य जे के घृतलहरे ने कहा कि, योग ही हम सबके जीवन का आधार है। अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमें पूरे दिन में कम से कम एक घंटे का समय हमारे शरीर को देना बहुत आवश्यक है। जल्दी उठना भी एक प्रकार से योग ही है, यह भी हर किसी से नहीं हो सकता। योग से हम शरीर में होने वाली तरह-तरह की बीमारियों से बच सकते हैं। अंतिम दिवस योग उन्मुखीकरण कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों को शैक्षणिक भ्रमण के तहत मानव तीर्थ कीरितपुर का भ्रमण कराया गया। मानव तीर्थ पहुंचने पर सभी प्रशिक्षणार्थियों का तिलक लगाकर और लस्सी पिलाकर स्वागत किया गया। इसके बाद 2 घंटे की क्लास हुई, जिसमें योग के सभी प्रतिभागियों को बाबा ए नागराज की तरफ से जीवन विद्या के बारे में पता चला है।
भौतिक सामग्री में सुख नहीं है
मानव तीर्थ के प्रबोधक डॉ. साधन भैया, राममिलन यादव, अंकित भैया और मृदु दीदी ने विस्तार से बताया कि, भौतिक सामग्री में सुख नहीं है। भौतिक वस्तुओं से सुख की प्राप्ति नहीं की जा सकती। वहीं मानव के संबंधों और उनके गुणों को भी बताया गया। संबंधों को न समझ पाने के कारण ही मानव दुखी है। संबंधों में स्पष्टता भी बहुत जरूरी है। इससे होने वाले अपराध को कम किया जा सकता है। बच्चों को उनके अध्यापन के साथ-साथ संस्कार और श्रम से जोड़ना बहुत आवश्यक हो गया है।
ये मास्टर ट्रेनर्स रहे मौजूद
योग शिक्षा उन्मुखीकरण प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स के रूप में भरत लाल साहू, दीपक कुमार यादव, एला राम देवांगन बहुत सुंदर ढंग से प्रशिक्षण प्रदान किये। प्रशिक्षणार्थियों के रूप में रामकुमार साहू, गोपेश्वरी साहू, अर्चना ढोबले, भावना टंडन, बलराम निर्मलकर, बाल हरि देवांगन, शंकर लाल साहू, हेमलता साहू, संध्या, मदनलाल साहू, तुलसीराम वर्मा, पालेश्वर पटेल सहित चारों विकासखंड के शिक्षक शिक्षिकाएं सहित संस्थान की वरिष्ठ व्याख्याता व पीएसटीई प्रभारी अनिल कुमार सोनी, जी एल खुटियारे, योजना प्रबंधन प्रभारी राजकुमार वर्मा, डॉ बसुबंधु दीवान, कीर्ति घृतलहरे, श्रद्धा तिवारी, यमुना जांगड़े, अमिंदर भारती सहित सभी अकादमिक एवं कार्यालयीन सदस्य उपस्थित थे।