रायपुर। देश में हो रहे लोकसभा और विधानसभा चुनाव से लेकर अन्य चुनावों में बड़े पैमाने पर सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। ऐसे में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) को पत्र लिखकर चुनाव ड्यूटी को लेकर कुछ सुझाव दिया है।
फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा द्वारा लिखे गए इस पत्र में सीईओ को बताया गया है कि, अधिकारी फेडरेशन जो कि, 110 मान्यता एवं गैर मान्यता प्राप्त संगठनों का प्रतिनिधि संगठन है। श्री वर्मा ने लिखा है कि, लोकसभा चुनाव 2024 सफलता पूर्वक संपादित करने के लिए आपके कार्यालय द्वारा चुनावी प्रकिया प्रारंभ किया गया है। ऐसे में प्रदेश के शासकीय सेवकों द्वारा चुनाव कार्य को निष्पक्ष संपादित करने के लिए दिन रात परिश्रम किया जाता है। नक्सली क्षेत्रों में पदस्थ कर्मचारी और अधिकारी अपने जान को जाखिम में डाल कर निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहते हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेके शासकीय सेवकों से निर्वाचन कार्य लेने के लिए उन्होंने कुछ सुझाव दिए हैं-
1. निर्वाचन कार्य से ऐसे शासकीय सेवकों को पृथक रखा जाये जो कि शारीरिक रूप से विकलांग, दिव्यांग अथवा गंभीर बीमारी जैसे हार्ट सर्जरी, किडनी ट्रांसप्लांट इत्यादि से पीड़ित हो।
2. महिला कर्मचारियों को सुरक्षा दृष्टिकोण से चुनाव कार्य से पृथक रखा जावे। इसी तरह ऐसे शासकीय कर्मचारी जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक हो उन्हें भी चुनाव कार्य से मुक्त रखा जावे। यदि इन कर्मचारियों की सेवायें अति अनिवार्य हो तो उन्हें निर्वाचन कार्यालयों में कार्यालयीन कार्य हेतु संलग्न कर दिया जावे।
3. निर्वाचन कार्य में ड्यूटी कर रहे वाहन चालकों, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को भी मानदेय दी जावे।
तीनों बिंदुओं को लेकर उन्होंने आगे लिखा कि, फेडरेशन आपसे अनुरोध करता है कि दिए गए सुझाव अनुसार आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में शासकीय सेवकों से निर्वाचन कार्य में सेवायें लेने हेतु उपरोक्तानुसार आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करेंगे।