रायपुर- कोयला और शराब घोटाले में शामिल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जिन्हें कई बार इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया और बाहर लाया गया है। हॉस्पिटल के सबसे ज्यादा चक्कर सूर्यकांत तिवारी और अनवर ढेबर ने लगाए हैं। लेकिन भाजपा की सरकार आते ही यह सभी एक बार भी बीमार नहीं हुए। ताबकि 6 में से 5 बंदी 2023 के पहले महीनों तक अस्पतला में रहे हैं। 

विधानसभा के बजट सत्र में पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पूछा था कि, शराब और कोयला घोटाले में शामिल आरोपियों को सामान्य कैदियों की तरह सामान्य बैरकों में रखा गया है क्या…इसपर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बताया था कि, उन सभी को सामान्य कैदियों की तरह सामान्य बैरकों में रखा गया है। जेल नियमावली के अनुसार, बैरकों में रखते हुए सुविधाएं दी जा रही है।

सामान्य बैरकों में रखा गया...फिर कैसे मिल रही सुविधा 

]इन 6 आरोपियों को सामान्य कैदियों की तरह सामान्य बैरकों में रखा गया है। सवाल यह उठता है कि, अगर आरोपियों को जेल का सामान्य भोजन की जगह घर का भोजन लेने की सुविधा है तो किस-किस को है। जेल के कोनसे वरिष्ठ अधिकारी इन्हें इस तरह की सुविधा दे रहे हैं। 

चिकित्सक की सलाह पर अस्पतालों में भर्ती कराया 

कोयला घोटाले में लिप्त 6 अरोपियों को चिकित्सक की सलाह पर अस्पतालों में भर्ती कराया जाता है। वैसे आरोपियों को जेल का सामान्य भोजन की जगह घर का भोजन लेने की सुविधा नहीं है। लेकिन इन्हें यह सुविधा मिल रही है। 

कब तक किसे अस्पताल में कराया गया भर्ती 

जानकारी के अनुसार अनवर ढेबर को 14 जून 2023 को अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद वे 24 जुलाई तक अस्पताल मेडिसीन विभाग में भर्ती रहे। 22 से 24 जुलाई तक उन्हें फिर से भर्ती कराया गया था। त्रिलोक ढिल्ल्न को 22 से 8 जुलाई तक कराया गया, इसके बाद 12 अगस्तत से 16 अगस्त तक हॉस्पिटल में रखा गया था। नितेश पुरोहित की बात 12 से 16 अगस्त तक अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

सूर्यकांत तिवारी अंबेडकर अस्पतताल में भर्ती रहे

सुनील अग्रवाल को 8 से 14 दिसंबर 2022 तक रखा गया था। इसके बाद 15 दिसंबर से 23 दिसंबर 2022 अंबेडकर अस्प्ताल में भर्ती कराया गया था। सूर्यकांत तिवारी को 17 और 18 नंबर 2022 को अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2023 में ही 15 मई से 8 जुलाई तक सूर्यकांत तिवारी फिर से अंबेडकर हॉस्पिटल में भर्ती किए गए थे।