रायपुर। राज्य शासन ने शराब की हर बोतल, अद्धी और पौवा पर देशी-अंग्रेजी शराब के लिए अधोसंचरचना विकास शुल्क तय किया है। देशी मदिरा (मसाला एवं प्लेन के लिए) बोतल पर 80 रुपए, अद्धी पर 40 और पौवा पर 20 रुपए देने होंगे। इसी तरह विदेशी मदिरा (सप्रिट) 1000 मिली. तक की बोतल के लिए 120 रुपए, 767 मिली के लिए 80 रुपए, 383 मिली से कम, लेकिन 246 मिली. वाली शीशी के लिए 40 रुपए और 191 मिली. से कम, लेकिन 142 मिली वाली छोटी शीशी के लिए 20 रुपए देने होंगे। विदेशी मदिरा (माल्ट के लिए) 767 मिली. से अधिक, लेकिन 495 मिली से कम के लिए 20 रुपए और 383 मिली. ले कम, लेकिन 246 मिली. से अधिक के लिए 10 रुपए प्रति शीशी देने होंगे।

एक ग्राहक को एक बोतल, रहेगी कैमरे की नजरः आबकारी विभाग ने शराब बिक्री के लिए हर खरीदार के लिए मात्रा भी तय की है। देशी या विदेशी मदिरा दुकानों से एक व्यक्ति को एक बार में देशी अथवा विदेशी मदिरा (संप्रट/माल्ट) की केवल एक बोतल अथवा 2 अद्धी अथवा 4 पौवा का ही विक्रय किया जाएगा। साथ ही देशी, विदेशी (प्रीमियम)/ कंपोजिट  मदिरा दुकानों पर आवश्यकता अनुरूप सीसीटीवी कैमरे स्थापित किया जाना अनिवार्य होगा।

पिछली सरकार ने भी लागू किया था शुल्क

राज्य में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2022-23 की आबकारी नीति में कोविड - 19 महामारी के फैलाव के विरुद्ध अधोसंरचना उन्नयन के लिए राशि की प्रतिपूर्ति के लिए देशी मदिरा के फुटकर विक्रय दर पर प्रति नग 10 रुपए की दर से विशेष आबकारी शुल्क अधिरोपित किया गया था। इसके साथ ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र की महत्वाकांक्षी योजनाओं के लिए वित्त पोषण के लिए न्यूनतम ड्यूटी दर की विदेशी मदिरा तथा सभी प्रकार की बीयर के प्रति नग पर 10 रुपए दी दर से तथा विदेशी मदिरा के प्रति नग पर 20 रुपए की दर से अतिरिक्त आबकारी शुल्क अधिरोपित किया गया था।

इस साल 672 दुकानें संचालित

छत्तीसगढ़ की राजनीति में शराबबंदी एक बड़ा मुद्दा रहा है, लेकिन राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के अलावा पिछले विधानसभा चुनाव में शराबबंदी कोई मुद्दा नहीं रहा। इसी तरह लोकसभा चुनाव आने तक शराब पर कोई राजनीतिक दल कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। खास बात ये है कि वर्ष 2023-24 में राज्य में 670 शराब दुकानें संचालित किए जाने के साथ ही बड़े जिलों में प्रीमियम शराब दुकानें संचालित करने की अनुमति दी गई थी। राज्य शासन ने 2024-25 के लिए निर्णय लिया है कि इस वित्तीय वर्ष में 672 मदिरा दुकानें चलाई जाएंगी। जरूरत के हिसाब से प्रीमियम शराब दुकानें संचालित करने की अनुमति दी गई है। सरकार ने साफ किया है कि इस साल कोई भी शराब दुकान बंद नहीं की जाएगी।

कितनी मात्रा पर कितना शुल्क

विदेशी मदिरा (स्प्रिट)

■ 1000 मिली-120 रुपए
■ 767 मिली-80 रुपए
■ 383 मिली 40 रुपए
■ 246 मिली - 40 रुपए
■ 191 मिली 20 रुपए
■142 मिली - 20 रुपए