रायपुर। दो हजार करोड़ रुपए के शराब घोटाला मामले में पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा के खिलाफ ईडी ने स्पेशल कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। इसमें शराब घोटाले में टूटेजा की भूमिका का जिक्र करते हुए बेनामी संपत्ति का भी  हवाला दिया गया है। गौरतलब है, सुप्रीम कोर्ट द्वारा केस खारिज करने के बाद ईडी ने इस मामले में नए सिरे से इंफोर्समेट केस इंफार्मेशन रिपोर्ट दर्ज की है। ईडी ने दो माह पूर्व टूटेजा को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ बुधवार को ईडी की स्पेशल कोर्ट में 5710 पन्नों के चालान के साथ 220 पेज का अभियोजन दस्तावेज पेश किया गया। इसके साथ ही ईडी के वकील ने कोर्ट  को टूटेजा की 205 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति के साथ एक हार्ड डिस्क जब्त करने की जानकारी दी। मामले की अगली सुनवाई 19 जुलाई को होगी।

ईडी ने शराब घोटाला मामले में पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा तथा अनवर ढेबर को किंग माना है। ईडी द्वारा कोर्ट में पेश चालान के मुताबिक अनिल टूटेजा ने अनवर देबर के साथ मिलकर सिंडिकेट बनाकर घोटाले को अंजाम दिया। दोनों के अलावा एपी त्रिपाठी, निरंजन दास तथा अन्य पर नकली होलोग्राम के माध्यम से नकली शराब बेचने का आरोप है। गौरतलब है कि ईडी के प्रतिवेदन पर ईओडब्लू ने भी शराब घोटाला मामले में एफआईआर दर्ज की है।

ऐसे हुई थी गिरफ्तारी

गौरतलब है कि, शराब घोटाला मामले में ईओडब्लू ने अनिल टूटेजा तथा उनके बेटे यश को पूछताछ करने अप्रैल में अपने कार्यालय बुलाया था। पूछताछ कंपलीट होने के बाद दोनों बाप बेटा ईओडब्लू के ऑफिस से निकल रहे थे, इसी दौरान ईडी ने दोनों पिता-पुत्र को हिरासत में लेकर अपने साथ ईडी कार्यालय ले आई। कार्यालय ले आई। पूछताछ करने के बाद ईडी ने यश को छोड़ दिया। इसके बाद अनिल टूटेजा को गिरफ्तार कर स्पेशल कोर्ट में पेश कर पूछताछ करने रिमांड पर लिया।