रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला में ईओडब्ल्यू-एसीबी ने मंगलवार 9 जुलाई को एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसके पास नकली होलोग्राम सप्लाई का सबूत भी बरामद हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आबकारी घोटाले में डुप्लीकेट होलोग्राम से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य ईओडब्ल्यू-एसीबी के हाथ लगा है। डुप्लीकेट होलोग्राम सप्लाई करने वाली कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड का स्टेट हेड दिलीप पांडे को पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि, नवा रायपुर स्थित जीएसटी भवन आफिस के भूतल-कक्ष में होलोग्राम प्रिंटिंग के सेटअप से जुड़े हुए इंडस्ट्रीयल कम्प्यूटर के हार्ड ड्राइव को, जिसके माध्यम से डुप्लीकेट होलोग्राम के सीरियल नंबरों की छपाई की गई थी उसे विधिवत वीडियोग्राफी कराकर जब्त कर लिया गया है।
नोएडा से छपकर आता था नकली होलोग्राम
वहीं यह भी पता चला है कि, प्रिज्म कंपनी के नोएडा स्थित मुख्यालय से डुप्लीकेट होलोग्राम छपवा कर रायपुर तक लाने के लिए उपयोग में आने वाले दस्तावेज, जिसमें डुप्लीकेट होलोग्राम की संख्या और अन्य विवरण होते थे, आरोपी दिलीप पांडे की निशानदेही पर उसे भी बरामद कराया गया है। इन दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा है।
प्रिज्म होलोग्राफी के मालिक का नाम सामने आया
पता चला है कि, पूछताछ में दिलीप पांडेय ने बताया है कि, सिण्डीकेट के मुख्य आरोपी - अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर, अरूणपति त्रिपाठी की संलिप्तता में प्रिज्म होलोग्राफी के मालिक विधु गुप्ता ने 2019 से 2022 के बीच तक फर्जी होलोग्राम छत्तीसगढ़ स्थित डिस्टलरियों को उपलब्ध कराये थे।