रायपुर। शराब घोटाला मामले में जेल में बंद अनवर ढेबर का बेटा जुनैद से ईओडब्लू के अफसरों ने शुक्रवार को अपने कार्यालय में तलब कर घंटों पूछताछ करने के बाद शाम को छोड़ा है। गौरतलब है कि एक सप्ताह पूर्व अनवर ढेबर, उसके दोनों बेटे सहित अन्य छह लोगों के खिलाफ सिविल लाइंस तथा पुरानी बस्ती थाना में छेड़खानी, शराब घोटाले के गवाह को धमकाने तथा चोरी का अपराध दर्ज है। अपराध दर्ज होने के बाद जुनैद तथा शोएब फरार चल रहे थे, जिनमें से जुनैद ईओडब्लू कार्यालय में बयान दर्ज कराने के लिए पहुंचा।
गौरतलब है कि, कथित तौर पर दो हजार करोड़ रुपए के शराब घोटाला मामले में ईओडब्लू की टीम को घोटाले के पैसों से जुनैद तथा शोएब के नाम से कई प्रापर्टी होने की जानकारी मिली है। इसी आधार पर ईओडब्लू ने जुनैद को पूछताछ करने नोटिस जारी किया था। उसी नोटिस के जवाब में जुनैद पूछताछ में शामिल होने ईओडब्लू के कार्यालय पहुंचा। जुनैद के साथ शराब घोटाले की जांच कर रही टीम के अफसरों ने अलग-अलग एंगल से घंटों पूछताछ की। ईओडब्लू की टीम ने जुनैद से उसके नाम पर खरीदी गई प्रापर्टी में पैसों के खोत के बारे में घंटों पूछताछ की है। साथ ही जांच टीम ने जुनैद से शराब घोटाले की संलिप्तता के बारे में पूछताछ की है।
दो थानों में अपराध दर्ज
सिविल लाइंस थाने में अनवर देबर, जुनैद, उसका बड़ा भाई शोएब तथा एक अज्ञात वकील के खिलाफ युवती से साइबर स्टाकिंग के साथ ब्लैक मेलिंग तथा शराब घोटाला के सरकारी गवाह को धमकाने का अपराध दर्ज है। इसके अलावा पुरानी बस्ती थाना में अनवर देबर के पूर्व कर्मचारी इरफान मेघाजी ने उसके फ्लैट का ताला तोड़ कर दस्तावेज के साथ कैश 20 हजार रुपए चोरी कर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
जांच के बाद गिरफ्तारी
सिविल लाइंस थाने में दर्ज अपराध युवती से साइबर स्टाकिंग, ब्लैक मेलिंग तथा गवाह को धमकाने के मामले में टीआई रोहित मालेकर का कहना है कि मामले की तकनीकी जांच की जा रही है। जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। इस वजह से ईओडब्लू कार्यलाय में बयान दर्ज कराने आए जुनैद को गिरफ्तार नहीं किए जाने की बात टीआई ने कही।