संजय यादव- कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के लोहारीडीह कांड में नया मोड़ आ गया है। जबलपुर हाईकोर्ट के फैसले के बाद शिव प्रसाद उर्फ कचरू साहू के शव को खोदकर निकाला गया है। मृतक कचरू साहू के शव का दोबारा पोस्टमार्टम किया गया। वहीं एक्सपर्ट की टीम ने कचरू साहू का दोबारा पोस्टमार्टम कर फारेंसिक जांच के लिए सैंपल भी ले लिया है।
शव को निकालते समय मृतक कचरू साहू की पत्नी और बेटी भी मौजूद थी। कड़ी सुरक्षा के बीच खोदकर कब्र से बाहर निकाला गया। वहीं मामले की जांच के लिए मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की संयुक्त मेडिकल टीम लोहारिडीह पहुंची है। बालाघाट के सीमावर्ती क्षेत्र में 15 सितंबर को कचरू उर्फ शिवप्रसाद साहू की लाश मिली थी। हत्या के मामले में बालाघाट पुलिस ने रघुनाथ साहू के बेटे, भांजे समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।
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फारेंसिक जांच के लिए सैंपल लिया गया
लोहारीडीह में मृतक कचरू साहू के शव को दोबारा पोस्टमार्टम के लिए क़ब्र खोदा गया। इस दौरान मृतक कचरू साहू की पत्नी और बेटी समेत मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की पुलिस समेत एक्सपर्ट की टीम भी मौजूद रही। तकरीबन 83 दिनों बाद क़ब्र को खोदकर शव निकाला गया। बहुचर्चित लोहारीडीह कांड में मृतक शिव प्रसाद साहू की बेटी ने दोबारा पीएम कराने याचिका लगाई थी। जिसके बाद जबलपुर हाईकोर्ट ने दोबारा पीएम कराने का आदेश दिया था।
हत्या कांड में 166 लोगों के खिलाफ दर्ज किया था मामला
इस मामले में कोर्ट ने 23 लोगों को जमानत दे दी है। हत्या के आरोप में पुलिस ने 166 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज की थी। जिसमें पुलिस ने 33 महिला सहित 69 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस दौरान हत्या के शक में बंद विचाराधीन कैदी प्रशांत साहू की जेल में मौत हो गई थी। रेंगाखार थाने में इन सभी के खिलाफ अलग- अलग मामले में कुल पांच मामले पर एफ आई आर दर्ज की थी।
23 लोगों को कोर्ट ने दी जमानत
इस पर कबीरधाम पुलिस ने एस आई टी की टीम गठित की गई थी। जिसमें इन 23 लोगों के खिलाफ पुलिस कोई सबूत नहीं जुटा पाई थी। जिसके कारण लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए चार एफआई आर को समाप्त कर दिया है। वहीं सभी लोगों पर पुलिस के साथ में बदसूलकी का एक मामला अभी भी दर्ज है। इस मामले में अदालत ने 23 अरोपियों को बुधवार जमानत दे दी है।