रायपुर। इस लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 11 सीटों में तीसरी ताकत जैसी बात कहीं भी नजर नहीं आई। भाजपा और कांग्रेस को छोड़कर सभी 198 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। जाहिर है, इनकी जमानत राशि जब्त हो जाएगी। यह भी चौंकाने वाला रहा कि कुछ जगह इन तीसरे छोटे दलों को नोटा ने ही मात दे दिया। पूरे राज्य की बात करें तो नोटा का बटन दबाने वाले वोटर्स की संख्या सवा लाख से भी ज्यादा है। ऐसा बस्तर, सरगुजा इलाके में ही हुआ है।
गौरतलब है, लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ में 220 उम्मीदवारों ने लोकसभा चुनाव लड़ा। रायपुर में सबसे ज्यादा 38 उम्मीदवार थे, इसके बाद बिलासपुर में 37, कोरबा में 27, दुर्ग में 25, जांजगीर-चांपा में 18, महासमुंद में 17, राजनांदगांव में 15, रायगढ़ में 13, बस्तर में 11, सरगुजा में 10 और कांकेर में 9 उम्मीदवार थे। प्रदेश के इन सभी लोकसभा क्षेत्रों में कुल 2 करोड़ 6 लाख 58 हजार वोटरों में से 1 करोड़ 50 लाख 40 हजार 444 ने वोट डाले। सभी लोकसभा क्षेत्रों में कुल मतदान का दस प्रतिशत मत पाने वाले प्रत्याशियों की जमानत बच जाती है। इससे कम मत पाने वाले की जमानत राशि जप्त कर ली जाती है। चुनाव परिणाम आने के बाद यह देखा गया कि प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला रहा। इन्हीं पार्टी के प्रत्याशी चुनाव में जीते और हारे। लगभग सभी जगहों पर उनके प्रत्याशियों ने अधिक मत हासिल किए। प्रदेश में भाजपा को सभी सीटों को मिलाकर कुल 79 लाख 9 हजार 797 वोट मिले। वहीं कांग्रेस को 61 लाख 68 हजार 408 वोट मिले।
नोटा को 1 लाख 35 हजार से अधिक मत
छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों में चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों को पसंद नहीं करने वाले मतदाताओं की संख्या 1 लाख 35 हजार 430 रही। उन्होंने नोटा का बटन दबाकर अपनी इच्छा बताई। नोटा के आंकड़ों को देखा जाए, तो सबसे अधिक 36000 वोट बस्तर लोकसभा में पड़े। 28 हजार 121 मतों के साथ दूसरे स्थान पर सरगुजा, 18 हजार 669 मतों को लेकर कांकेर लोकसभा तीसरे स्थान पर रहा। वहीं रायगढ़ लोकसभा चौथे स्थान पर रहा, जहां पर 15 हजार 22 लोगों ने नोटा को वोट किया।
बसपा और गोंगपा कहीं कहीं तीसरे नंबर पर
बस्तर सहित आदिवासी क्षेत्रों में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, बहुजन सामज पार्टी, हमर राज पार्टी, सीपीआई ने चुनाव लड़ने के अलावा अन्य सीटों से भी दांव खेला, लेकिन इनका वोट प्रतिशत कम ही रहा। गोंगपा और बीएसपी ने अच्छा प्रदर्शन किया। बहुजन समाज पार्टी को राज्य में कुल 1 लाख 74 हजार 910 वोट मिले। वहीं अन्य पार्टियों को कुल 5 लाख 98 हजार से अधिक वोट मिले। सीपीआई को प्रदेश में 35 हजार 850 वोट मिले। कई जगहों पर बसपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी तीसरे स्थान पर रही। कोरबा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी 48587 वोट लेकर तीसरे नंबर पर रही। कुछ सामान्य सीटों पर निर्दलीयों ने अपनी छवि के आधार पर तीसरा स्थान पाया, लेकिन उनका वोट 12 हजार से अधिक नहीं रहा।