रायपुर। लोकसभा चुनाव के लिए 24 हजार से अधिक मतदान केंद्रों में ईवीएम और वीवीपैट ले जाने वाले वाहनों में जीपीएस सिस्टम के माध्यम से निगरानी की जाएगी। वाहनों के लिए जो रूट तय किया जाएगा उस पर पूरी नजर होने के कारण वाहन रास्त नहीं बदल पाएंगे। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में इसका परिवहन करने वाले 11644 वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा। पहले चरण के लिए बस्तर के छह जिले के 1021 वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा। यहां पर संवेदनशील क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में इवीएम और वीवीपैट ले जाने वाली 274 वाहनों में यह सिस्टम लगाया जा चुका है।
लोकसभा चुनाव में ईवीएम और वीवीपैट को कमीशनिंग के बाद मतदान केंद्रों तक सुरक्षित पहुंचाने निर्वाचन आयोग इसे ले जाने वाले वाहनों की नियमित निगरानी के लिए जीपीएस डिवाइस का सहारा ले रहा है।मतदान केंद्रों तक पहुंचाने और वहां से लाने तक यह सिस्टम उन वाहनों में लगा रहेगा। ईवीएम और वीवीपैट जमा करने के बाद जीपीएस सिस्टम वाहनों से निकाला जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण के लिए बस्तर लोकसभा में 19 अप्रैल को मतदान कराया जाना है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में चुनाव कराना निर्वाचन के लिए बड़ी चुनौती है। बस्तर में पहले चरण के मतदान में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था होगी। नक्सली खतरों से मुकाबला करने व सुरक्षित मतदान के लिए बस्तर में इस बार 350 कंपनियां तैनात रहेंगी। बस्तर के 159 मतदान केंद्रों को शैडो एरिया के रूप में चिन्हित किया है।
सर्वाधिक है लिंगानुपात
पहले चरण में जहां बस्तर लोकसभा में चुनाव होना है, वहां प्रदेश में सबसे अधिक मतदाता लिंगानुपात है। यहां 14 लाख 72 हजार 207 मतदाताओं में सात लाख 71 हजार 679 महिला मतदाता हैं, जो कुल मतदाताओं का 52 प्रतिशत है। बस्तर में कुल 1,961 मतदान केंद्रों में से 191 संगवारी मतदान केंद्र बनाए गए हैं, वहीं 36 युवा तथा आठ दिव्यांग मतदान केंद्र निर्धारित किया गया है।
हर लोकसभा में 25 प्रतिशत रिजर्व मतदान दल
पहले चरण के मतदान की तैयारियों के साथ ही अतिरिक्त रिजर्व दल भी बनाए जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग ने प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदान केंद्रों की संख्या का 25 प्रतिशत रिजर्व दल बनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रथम चरण में 1961 मतदान दल के साथ 25 प्रतिशत रिजर्व मतदान दल सहित कुल 2452 मतदान दल भी मौजूद रहेगा। दूसरे चरण में 6567 मतदान दल के अलावा 25 प्रतिशत मतदान दल मिलाकर कुल 8209 मतदान दल और तीसरे चरण में 15701 मतदान दल के अलावा 3962 रिजर्व मतदान दल जिलों में बनाया गया है। रिजर्व मतदान दल आपात स्थिति में मतदान दल के सहयोग के लिए मौजूद रहेगा।