रायपुर। चुनाव के लिए रायपुर जिले में छह सौ से अधिक बसों का अब तक अधिग्रहण किया जा चुका है। इनमें यात्री के साथ स्कूल बसें भी शामिल हैं। दुर्ग, धमतरी, बलौदाबाजार मार्ग की आधी बसें चुनाव काम पर अटैच हैं, इसलिए मुसाफिरों को भरी गर्मी में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि, चुनाव के तीन दिन बाद अक्षय तृतीया है, ऐसे में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में इस दिन सर्वाधिक विवाह समारोह आयोजित होंगे। शादी समारोह में शामिल होने जाने वालों की आवाजाही बढ़ गई है।
गौरतलब है कि, लोकसभा चुनाव कराने जिले में करीब 1100 बसों की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर परिवहन विभाग ने 15 दिन पूर्व से ही बसों के साथ मालवाहक वाहनों का अधिग्रहण करने का कार्य शुरू कर दिया है। इसके कारण लंबी दूरी के साथ कम दूरी के लिए यात्री बसों के अभाव का असर सड़कों पर दिखने लगा है। चुनाव कार्य के लिए शैक्षणिक संस्थानों से भी बसों का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके कारण लोगों को थोड़ी राहत है।
जैसा भी साधन मिल जाए लोग जाने को तैयार
अलग-अलग रूट पर यात्रा करने वाले यात्रियों से संपर्क करने पर उन लोगों ने बताया कि घर से निकल गए हैं, तो उन्हें हर हाल में अपने गंतव्य तक पहुंचना है। इसके लिए किसी भी तरह के साधन में जाने के लिए तैयार होने की बात कही। बसस्टैंड में यात्रा करने वाले यात्रियों में ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के दिखे।
बसस्टैंड के बाहर गाड़ियों का इंतजार करते दिखे लोग
बसों की जानकारी लेने के बाद लोग अपने गंतव्य तक जाने बस उपलब्ध नहीं होने पर बसस्टैंड के बाहर रिंग रोड में खड़े होकर साधन का इंतजार करते मिले। खासकर दुर्ग-राजनांदगांव के साथ धमतरी-अभनपुर मार्ग की ओर यात्रा करने वाले यात्री। लोग आठगे साधन मिलने की आस में पार्ट-पार्ट में भी सफर करने किसी भी तरह के मालवाहक के साथ अन्य वाहन में यात्रा करने के लिए तैयार दिखे।
इन मार्गों में इतने बस कम हुए
चुनाव के लिए यात्री बसों का अधिग्रहण किए जाने की वजह से दुर्ग के लिए चलने वाली 85 बसों में से 25 का अधिग्रहण किया जा चुका है, इसी तरह से बलौदाबाजार मार्ग में चलने वाली 70 में से 30 बसों का अधिग्रहण किया जा चुका है। धमतरी मार्ग के लिए चलने वाली 90 में से 40 बसों का अधिग्रहण किया जा चुका है।
इन मार्ग पर यात्री बस कम हुई
यात्री बसों के अधिग्रहण होने की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित दुर्ग, धमतरी, अभनपुर के साथ आरंग तथा बलौदाबाजार मार्ग की ओर यात्रा करने वाले यात्री परेशान हो रहे हैं। बसों की संख्या कम होने की वजह से लोग टैक्सी में सफर करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए आठ मई के बाद ही पर्याप्त बस मिल पाएगी। इसके पूर्व लोगों को परेशानी से राहत मिलना मुश्किल है।
तीन दिन सबसे ज्यादा परेशान होंगे
राज्य में तीसरे चरण का मतदान सात मई को है। इसके लिए जिले के साथ राज्य के अन्य जिलों में दो तिहाई से ज्यादा यात्री बसों का अधिग्रहण कर लिया जाएगा। 10 मई को अक्षय तृतीया है। ऐसे में पांच दिनों के भीतर बसों में सर्वाधिक यात्री रहेंगे। दो तिहाई से ज्यादा बसों के अधिग्रहण होने की वजह से यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए पांच से आठ मई के बीच परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
इन मार्ग पर यात्री बस कम हुई
यात्री बसों के अधिवाहण होने की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित दुर्ग, धमतरी, अमनपुर के साथ आरंग तथा बलौदाबाजार मार्ग की ओर यात्रा करने वाले यात्री परेशान हो रहे हैं। बसों की संख्या कम होने की वजह से लोग टैक्सी में सफर करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए आठ मई के बाद ही पर्याप्त बस मिल पाएगी। इसके पूर्व लोगों को परेशानी से राहत मिलना मुश्किल है।
आयोग के निर्देश पर बसों का अधिग्रहण
रायपुर आरटीओ आशीष देवांगन ने बताया कि, चुनाव आयोग के निर्देश पर बसों का अधिग्रहण किया जा रहा है। यात्रियों को किसी तरह से परेशानी न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा स्कूल बसों का अधिग्रहण किया जाएगा। चार-पांच मई तक बसों का अधिग्रहण कर लिया जाएगा।