रायपुर। लोकसभा चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ में मोहरे तय हो चुके हैं। बीजेपी ने सभी 11 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिये हैं। वहीं कांग्रेस ने पांच उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इनमें से सबसे अहम है राजनांदगांव सीट। यहां भाजपा ने अपने सांसद संतोष पांडेय को ही एक बार फिर से मैदान में उतारा है वहीं कांग्रेस ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को यहां से लड़ाने का ऐलान किया है। इस घोषणा के साथ ही प्रदेश का सबसे हाईप्रेाफाइल चुनाव राजनांदगांव में ही लड़ा जाना तय हो गया है। भाजपा ने भी इस सीट के लिए कमर कस लिया है। 

जारी अधिसूचना

अपनी इसी तैयारी की कड़ी में भाजपा ने मंगलवार को एमपी के सीएम मोहन यादव को राजनांदगाव बुलाया है। टिकट मिलते ही पूर्व सीएम श्री बघेल काफी एक्टिव दिखाई दे रहें हैं। वे रविवार को राजनांदगांव और डोंगरगढ़ का दौरा किया वहीं सोमवार को वे कवर्धा पहुंचे। वे इस क्षेत्र में मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं। उधर पार्टी सूत्रों के मुताबिक राजनांदगांव में पूर्व सीएम डा. रमन के बेटे और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने मोर्चा संभाल लिया है। उनके साथ सालों से राजनांदगाव क्षेत्र में सक्रिय रहे पूर्व मंत्री राजेश मूणत को झोंक दिया गया है। श्री मूणत यहां के प्रभारी मंत्री भी रह चुके हैं।

20 साल से बीजेपी का गढ़ बना हुआ है राजनांदगाव 

आपको बता दें कि, राजनांदगाव पिछले 20 वर्षों से बीजेपी का गढ़ रहा है। वर्ष 2019 के चुनाव में जब बीजेपी पूरे प्रदेश में बुरी तरह से हारी थी तब भी डॉ. रमन सिंह यहां से विधायक चुने गए थे। उनके पुत्र भी इस सीट से सांसद रह चुके हैं। वहीं बीजेपी ने इस सीट से संतोष पांडे को दुबारा मैदान में उतारा है। कल एमपी के सीएम मोहन यादव के दौरे के साथ बीजेपी राजनांदगाव में अपना संखनाद करने जा रही है।