दुर्ग- छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एकतरफा मोहब्बत के चक्कर में नाबालिग लड़के ने छात्रा को जान से मार दिया था। हालांकि आरोपी को हत्याकांड के 5 साल बाद कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई है। मृतक श्रृंखला यादव को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर लोग उतर आए थे और आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग थी।
कई दिनों से कर रहा था परेशान...
हत्यारा पिछले कई दिनों से श्रृंखला को परेशान कर रहा था। मैत्रीकुंज का रहने वाला नाबालिग श्रृंखला यादव से एकतरफा प्यार करता था। इसलिए वो कई दिनों से उसका पीछा कर रहा था। दरअसल, मृतक श्रृंखला डॉक्टर बनना चाहती थी। लेकिन उनका यह सपना अब कभी पूरा नहीं हो पाएगा।
5 साल बाद मिला मृतक छात्रा को इंसाफ...
13 जून 2019 की दोपहर 3 बजे जब वो अपनी स्कूटी से सिविक सेंटर पढ़ने के लिए जा रही थी, तभी ईशान ठाकुर नाम के लड़के ने उसे बीच रास्ते में रोका और बात करने की कोशिश की, जब छात्रा ने बात करने से इंकार कर दिया तो उसी वक्त उसे कुल्हाड़ी के जरिए मौत के घाट उतार दिया था। करीब 5 साल से यह केस कोर्ट में चल रहा था। अब जाकर मृतक छात्रा को इंसाफ मिल पाया है।
पुलिस ने माता-पिता को एक्सीडेंट की दी जानकारी...
पुलिस ने घटना के कुछ देर बाद पिता को फोन किय और बताया कि, आपकी बेटी का एक्सीडेंट हुआ है। पुलिस ने कहा कि, आपकी बच्ची को सेक्टर 9 के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जब परिवार वाले अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि, बच्ची की हालत गंभीर है। जिसके बाद उसे रायपुर के लिए रेफर कर दिया गया था। घायल श्रृंखला को रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन यहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
बच्ची की मां ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया...
मां ने बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और केस काफी लंबे वक्त तक लड़ा। जिसके बाद दुर्ग न्यायालय ने आरोपी ईशान को धारा 302, 201 और पॉक्सो एक्ट के तहत दोषी पाया और उसे 20 साल की सजा सुना दी।
हर बार बेटियां गलत नहीं होतीं...
मां ने कोर्ट में साफ तौर पर कहा कि, हर बार बेटियां गलत नहीं होतीं, अगर इस बार आरोपी को सजा नहीं मिली तो उन बच्चियों को इंसाफ नहीं मिलेगा, जिनके साथ ऐसा होता आ रहा है। कड़ी सजा मिली तो नाबालिग जघन्य घटनाओं को अंजाम देने से डरेंगे।