रायपुर। महादेव ऐप का मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। ED के अनुरोध पर जारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के तहत गिरफ्तारी की कार्रवाई गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED), विदेश मंत्रालय (MEA) और गृह मंत्रालय (MHA) की संयुक्त कार्रवाई में उसे पकड़ा गया है। यूएई के अधिकारियों ने भारत सरकार और CBI को सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी है। सभी औपचारिकताओं को पूरा करने की प्रक्रिया पूरा करने के बाद “प्रोविजनल अरेस्ट” पर उसे भारत लाया जाएगा। 

भिलाई में जूस की दुकान चलाता था सौरभ 

महादेव बेटिंग ऐप का मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर भिलाई शहर का रहने वाला है। उसके पिता नगर निगम में पंप ऑपरेटर थे और सौरभ एक जूस की दुकान चलाता था। वर्ष 2019 में वो दुबई गया और उसने यहां अपने एक दोस्त रवि उप्पल को भी बुलाया। इसके बाद उसने वहां महादेव ऐप लॉन्च किया और ऑनलाइन सट्टा खिलाना शुरू कर दिया। फिर धीरे-धीरे ऑनलाइन सट्टा बाजार का बड़ा नाम बन गया। 

शादी में खर्च किये थे 112 करोड़ रुपये 

ED के मुताबिक, सौरभ चंद्राकर की शादी में इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। वहीं, होटल की बुकिंग के लिए 42 करोड़ रुपये की रकम कैश के जरिए भुगतान किया गया था। परिवार को लाने-ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए। शादी में परफॉर्म करने के लिए सेलिब्रिटीज को बुलाया गया था। 

ये बड़ी हस्तियां हुई थीं शामिल 

इसकी शादी में वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर मुंबई से हायर किए गए। इसकी शादी में मशहूर सिंगर आतिफ असलम, भारती सिंह, राहत फतेह अली खान, सनी लियोन, अली असगर, भाग्यश्री, विशाल ददलानी, पुलकित, टाइगर श्रॉफ, कीर्ति खरबंदा, नेहा कक्कड़, नुसरत भरूचा, एली अवराम और कृष्णा अभिषेक जैसे कई दिग्गज शामिल हुए थे। सरकार ने इस बेटिंग ऐप पर बैन लगाने से पहले 2023 में कुल 138 ऑनलाइन बेटिंग ऐप और 94 डिजिटल लोन ऐप पर बैन लगाया था। 

यह है महादेव बेटिंग ऐप 

दरसअल, महादेव बेटिंग ऐप को कई वेबसाइट के जरिए ऑपरेट किया जाता है। इस बेटिंग ऐप में लोगों को पैसे लगाने के लिए कहा जाता है। महादेव बुक की वेबसाइट के जरिए देश में पोकर, कार्ड गेम्स, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल के मैच पर पैसे लगाए जाते हैं। हर जुए की तरह इस ऐप में भी लोग ज्यादा कमाई करने के लालच में पैसे लगाते हैं।

14 आरोपियों के नाम शामिल 

21 अक्टूबर, 2023 को ईडी ने इस मामले में अपनी पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित 14 आरोपियों को नामजद किया गया। जांच एजेंसी ने अपराध की 41 करोड़ रुपये की आय को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। प्राथमिक प्रमोटरों में एक प्रमुख व्यक्ति रवि उप्पल को प्रवर्तन निदेशालय के कहने पर इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस के बाद दुबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, ईडी ने विभिन्न शहरों में हवाला ऑपरेटरों से जुड़े कई परिसरों पर छापे मारे हैं, जिसके परिणामस्वरूप 417 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क हुई है।