रविकांत सिंह राजपूत- मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ जिले में छिपछिपी गांव की एक घायल महिला को एंबुलेंस सेवा ना मिलने के कारण उसे खाट पर लादकर अस्पताल ले जाया गया। महिला का पैर बैलों की लड़ाई के दौरान टूट गया था। परिजनों ने 108 एंबुलेंस सेवा पर संपर्क किया, लेकिन उन्हें बताया गया कि, अभी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं है।
मनेन्द्रगढ़ जिले में छिपछिपी गांव की एक घायल महिला को एंबुलेंस सेवा ना मिलने के कारण उसे खाट पर लादकर अस्पताल ले जाया गया। महिला का पैर बैलों की लड़ाई के दौरान टूट गया था. @MCBDistrictCG #Chhattisgarh #Ambulance @ShyamBihariBjp @HealthCgGov pic.twitter.com/s21CcDc2ze
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) December 2, 2024
मिली जानकारी के अनुसार, छिपछिपी गांव की महिला रोहिणी प्रसाद का पैर दो बैलों की लड़ाई के बीच टूट गया। जिसके बाद परिजनों ने उन्हें अस्पताल लेकर जाने के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि, अभी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं है। जिसके बाद परिजन खाट में उठाकर पिकअप वाहन तक ले गए और उसे लादकर अस्पताल लाया गया। जहां उसका इलाज जारी है।
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यह सरकार की विफलता का प्रमाण- पूर्व विधायक
वहीं इस मामले को लेकर पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि, यह घटना सरकार की विफलता का प्रमाण है। जब मंत्री के क्षेत्र में ऐसी स्थिति है, तो अन्य इलाकों की हालत क्या होगी? इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। सरकार को प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए कदम उठाने चाहिए। यह घटना न केवल प्रशासन की नाकामी को उजागर करती है, बल्कि राज्य की प्राथमिक चिकित्सा सेवाओं पर भी सवाल खड़े करती है।