राजा शर्मा-डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ में चुनाव परिणामों के आते ही एक बार फिर ईडी की टीम एक्शन मोड में आ गई है। जहां शनिवार को ईडी ने 2 शहरों में छापेमारी की है। जहां ईडी की टीम ने राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ शहर में राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल के यहां छापेमारी चल रही है। वे मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं।
सुबह 5 बजे पड़ी रेड
यह छापा कस्टम मिलिंग घोटाला की जांच के संबंध में मारा गया है। उनके घर में आज सुबह 5 बजे से कार्रवाई चल रही है। बताया जा रहा है कि, मनोज अग्रवाल के घर 2 अलग-अलग गाड़ियों में टीम पहुंची है और घर में दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। अभी ये पता नहीं चल पाया है कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने किस मामले में ये कार्रवाई की है। हालांकि बताया जा रहा है कि मामला राशन घोटाले से जुड़ा हो सकता है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो आज सुबह तड़के 5 बजे ईडी की टीमें अग्रवाल के डोंगरगढ़ और रायपुर (खम्हारडीह) स्थित ठिकानों पर पहुंची है।
पिछले हप्ते 5 ठिकानों पर पड़ा था छापा
उल्लेखनीय है कि, ईडी ने पिछले हप्ते ही राजधानी रायपुर, दुर्ग और खरोरा में दबिश दी थी। जहां राजधानी रायपुर में 2, दुर्ग में 2 ठिकानों और खरोरा में एक जगह समेत कुल 5 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। सूत्रों की मानें तो ईडी ने यह छापा राइस मिल एसोसिएशन के पूर्व महासचिव प्रमोद अग्रवाल के यहां मारा था। राइस मिल एसोसिएशन के रायपुर स्थित कार्यालय और अध्यक्ष कैलाश रुंगटा के यहां भी पहुंची थी। ये छापे इस मामले में पकड़े गए खाद्य विभाग के विशेष सचिव मनोज सोनी और राइस मिल एसोसिएशन के पूर्व कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर से पूछताछ के आधार पड़े हैं।
यह है कस्टम मिलिंग घोटाला
ईडी की रिपोर्ट पर कस्टम मिलिंग घोटाले में एफआईआर दर्ज की गई है। ईडी की रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न राईस मिलर्स के द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम एवं एफसीआई में जो कस्टम मिलिंग का चावल जमा किया जाता है। इस प्रकिया में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार कर प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध राशि की वसूली की गई और अपने पद का दुरूपयोग करते हुए विभिन्न शासकीय अधिकारियों द्वारा राईस मिलर्स के साथ मिलीभगत कर असम्यक लाभ प्राप्त कर शासन को आर्थिक पहुंचाई गई।
140 करोड़ रूपये की गई अवैध वसूली
इस मामले में प्रीतिका पूजा को मनोज सोनी, प्रबंध संचालक मार्कफेड के मारफत रोशन चन्द्राकर के द्वारा निर्देश था कि, उन्हीं राईस मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है। जिनकी वसूली की राशि रोशन चन्द्राकर को प्राप्त हुई है। किन राईस मिलर्स को भुगतान किया जाना है इसकी जानकारी संबंधित जिले के राईस मिलर्स एसोसिएशन के द्वारा मनोज सोनी के माध्यम से प्राप्त होती थी। आयकर विभाग के द्वारा की गई तलाशी की कार्यवाही से लगभग 1.06 करोड़ रूपये की कैश राशि प्राप्त हुई है जिसका कोई लेखा-जोखा नहीं है। साथ ही बहुत सारे आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाईस प्राप्त हुए है। लगभन 140 करोड़ रूपये की अवैध वसूली राईस मिलर्स से किया जाना पाया गया है।
इन्होंने ने पद का दुरूपयोग कर किया घोटाला
राईस मिलर्स के द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम और एफसीआई में जो कस्टम मिलिंग का चावल जमा किया जाता है। जिसमें व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार कर प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध राशि की वसूली मार्कफेड के तत्कालीन प्रबंध संचालक मनोज सोनी और तत्कालीन डिस्ट्रीक्ट मार्केटिंग ऑफिसर प्रीतिका पूजा केरकेट्टा कोरबा के द्वारा लोकसेवक के रूप में पदस्थ होते हुए अपने-अपने पद का दुरूपयोग कर, छत्तीसगढ़ स्टेट राईस मिलर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट कैलाश रूंगटा, वाईस प्रेसीडेंट पारसमल चोपडा और कोषाध्यक्ष रोशन चन्द्राकर के साथ आपराधिक षडयंत्र कर की गई है। जो प्रथम दृष्ट्या अपराध धारा 120 बी, 409 भा.द.वि. एवं धारा 13 (1) (क) सहपठित धारा 13(2) एवं 11. अ.नि. अधि. के तहत अपराध कारित किया जाना पाया जाता है।