रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने आज प्रदेश के इतिहास में पहली बार पेपरलेस डिजिटल बजट पेश किया। वित्त मंत्री जिस ब्रीफकेश में बजट लेकर विधानसभा पहुंचे उसमें छत्तीसगढ़ की आदिम जनजातीय कला की पहचान "ढोकरा शिल्प" से भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर बनी थी। वित्तमंत्री ने बजट को अमृतकाल की नींव रखने वाला और GREAT CG की थीम पर होना बताया। उन्होंने किसी भी तरह का कोई नया कर नहीं लगाया।
फंडामेंटल स्ट्रैटेजिक 10 पिलर्स की पहचान
अपने बजट भाषण में वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि, इन 5 सालों के लिए हम महत्वाकांक्षी लक्ष्य रख रहे हैं। हम जीडीपी को 5 साल में 10 लाख करोड़ तक हम पहुंचाना चाहते हैं। इसे प्राप्त करने के लिए हमने आधारभूत रणनीतिक स्तंभ के रूप में फंडामेंटल स्ट्रैटेजिक 10 स्तंभों की पहचान की है। उन्होंने बताया कि, हमारा पहला पिलर होगा इकोनॉमिक डेवलपमेंट। हमारे आर्थिक विकास का केंद्र बिंदु होगा ज्ञान। दूसरा हमारा पिलर होगा तकनीक आधारित रिफॉर्म और सुशासन। आर्थिक विकास तीसरा पिलर होगा। तमाम चुनौतियों के बीच अधिक से अधिक पूंजीगत व्यय सुनिश्चित करना मैक्सिमम कैपेक्स चौथा पिलर होगा। प्राकृतिक संसाधनों का उचित इस्तेमाल पांचवा पिलर होगा।
'GYAN' को बताया आर्थिक विकास का केंद्र बिंदु
वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि, हमारा जो पहला पिलर है, उसमें आर्थिक विकास का केंद्र बिंदु 'ज्ञान' होगा। नॉलेज तो होगा ही लेकिन इस ज्ञान का हमारा अर्थ है, जी अर्थात गरीब ए अर्थात युवा ए अर्थात अन्नदाता और न अर्थात नारी। ज्ञान के माध्यम से गरीब युवा अन्नदाता और नारी से हमारा आर्थिक विकास होगा। भारी मन से मुझे कहना पड़ रहा है कि पिछले 5 सालों में पिछली सरकार ने इन चारों समूहों के साथ अन्याय किया है। गरीबों का अधिकार छीना गया, यूरिया डीएपी की कालाबाजारी हुई। दो रुपए में गोबर खरीद कर गुणवत्ता विहीन कंपोस्ट जबरन बेचा गया। किसानों से कई तरह की लूट हुई। माता बहनों को इन्होंने 500 प्रति माह यानी साल का 6000 देने का वादा किया था, मगर किसी को 6 रुपए तक नहीं मिला।
सेवा क्षेत्र का योगदान अर्थव्यवस्था में बढ़ाने की कोशिश होगी
वित्तमंत्री ने कहा- अर्थव्यवस्था को सेवा क्षेत्र में जोड़ना, ईको टूरिज्म विकसित करना, पांच शक्ति पीठ विकसित करना, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना, IT सेक्टर की स्थापना करना, हेल्थ डेस्टिनेशन के रूप में छत्तीसगढ़ को विकसित करना, वेडिंग डेस्टिनेशन, बिजनेस टूरिज्म कॉन्फ्रेंस डेस्टिनेशन जैसी नई उभरती संभावनाओं का लाभ प्रदेश को मिल सके। इसके लिए रोड मैप तैयार करेंगे। सेवा क्षेत्र में देश की औसतन जो जीडीपी पर योगदान है वह करीब 55% के लगभग है। जबकि हमारे छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र का योगदान मात्र 31% है। इसे बढ़ाकर ही हम छत्तीसगढ़ की आर्थिक उन्नति को सुनिश्चित कर सकते हैं।
रायपुर, दुर्ग-भिलाई क्षेत्र स्टेट कैपिटल रीजन की तर्ज पर डवलप होंगे
विकेंद्रीकृत विकास के पॉकेट डवलप करने पर जोर देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि, छत्तीसगढ़ के उत्तरी उत्तरी, मध्य मैदानी भाग और दक्षिणी भाग की अलग-अलग आर्थिक विशेषताएं हैं। इन विशिष्टताओं के अनुरूप तीव्र आर्थिक विकास की विकेंद्रीकृत नीति पर काम करेंगे। विकेंद्रीकृत विकास पॉकेट के आधार पर काम करेंगे। रायपुर भिलाई जैसे क्षेत्र की अपनी अलग विशेषता है। इसलिए इसके आसपास स्टेट कैपिटल रीजन बनाएंगे। इस क्षेत्र को विश्वस्तरीय आईटी सेक्टर, वेडिंग डेस्टिनेशन, एजुकेशन डेस्टिनेशन, हेल्थ केयर डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की हमारी रणनीति होगी। नया रायपुर अटल नगर में इस बजट में लाइवलीहुड सेंटर आफ एक्सीलेंस, दुर्ग में सेंटर आफ एंटरप्रेन्योरशिप का लक्ष्य रखा गया है।
पांच साल तक विकास से अछूते रहे गए बस्तर-सरगुजा
वित्तमंत्री ने प्रदेश के सबसे उत्तरी और दक्षिणी छोर यानी सरगुजा और बस्तर के विकास की दृष्टि से 'बस्तर और सरगुजा की ओर देखो' को प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि, पिछले 5 सालों में कांग्रेस के कार्यकाल में बस्तर सरगुजा क्षेत्र आर्थिक विकास की दृष्टि में अछूते रहे हैं। इन क्षेत्रों की एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सार्थक पहल की जाएगी। ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन नेचुरोपैथी डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
छत्तीसगढ़िया संस्कृति को आगे ले जाएंगे
छत्तीसगढ़िया संस्कृति का विकास करने को अपनी योजना का अहम हिस्सा बताते हुए श्री चौधरी ने कहा कि, लंबे समय तक एकछत्र राज होने के बावजूद कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण नहीं किया। यह काम किया तो देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने। आने वाले समय में छत्तीसगढ़ की भाषा, तीज त्योहार, संस्कृति-साहित्य सभी को आगे बढ़ने का काम बीजेपी की सरकार करेगी। हमारी सरकार की छत्तीसगढ़ के प्रति जो भावना है, हमको कोई देवलोक नहीं चाहिए। हमें पुनर्जन्म नहीं चाहिए। हम छत्तीसगढ़ को विकास की छांव देने के लिए एक छानी बनना चाहते हैं।
गढ़बो नवा... के खयाली पुलाव से डूबा छत्तीसगढ़
वित्त मंत्री ने कहा कि, कोई कितना भी बलशाली हो, उसके मुख पर मृग स्वयं नहीं आ जाता। उसे अगर हिरण का शिकार करना है तो मेहनत करनी पड़ती है। बिना मेहनत के कोई काम पूरा नहीं होता। प्रतिबद्धता, समर्पण के साथ क्रियान्वयन हमारी रणनीति का अहम हिस्सा है। पिछली सरकार ने नया छत्तीसगढ़ का ख्याली पुलाव परोसा और नतीजा बोरबो छत्तीसगढ़ रहा।
दिल्ली यूथ हास्टल में अब दो सौ बच्चे रह पाएंगे
अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए देश की राजधानी दिल्ली के द्वारिका में यूथ हॉस्टल पिछली सरकार द्वारा बनाया गया था। अब तक 65 बच्चों को सरकार की ओर से छात्रवृत्ति देकर तैयारी कराई जाती रही है। इन 65 सीटों को सीधा तीन गुना के लगभग बढ़ाते हुए 200 बच्चों के लिए UPSC की तैयारी करने का प्रावधान किया गया है।