एनिशपुरी गोस्वामी-मोहला। छत्तीसगढ़ के जिला मोहला के प्री मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास में पढ़ने वाली दो छात्राओं की रक्षाबंधन के दिन घर पर संदिग्ध मौत के मामले में एसडीएम हेमेंद्र भूआर्य ने जांच के आदेश दिए हैं।हॉस्टल से घर लौटे बच्चियों के त्यौहार की रात अचानक मौत हो जाने को लेकर आदिवासी किसान परिवार कुछ समझ नहीं पा रहा कि उनकी बेटियों की मौत कैसे हो गई। इस सब के बीच मृत छात्राओं का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया है।
मौत के कारणों पर परिजन असमंजस में
उल्लेखनीय है कि अंबागढ़ चौकी निवासी सातवीं कक्षा की छात्रा मान्यता अमरिया और मानपुर विकासखंड के परालझरी की दसवीं कक्षा की छात्रा सपना जाड़े, रक्षाबंधन के अवसर पर 17 अगस्त को अपने-अपने घर लौटी थीं।अचानक दो दिनों के भीतर त्यौहार के दिन आधी रात को उनकी संदिग्ध मौत हो गई। आदिवासी समाज से ताल्लुक रखने वाले छात्राओं के अचानक हुए मौत से उनके परिजन समझ नहीं पा रहे हैं कि उनकी बेटी की मौत कैसे हो गई।
नहीं कराया गया पोस्टमार्टम
हॉस्टल वार्डन श्रद्धा देशमुख का कहना है कि मान्यता की मौत हार्ट अटैक से हुई, जबकि सपना की मौत झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवाने के कारण हुई। लेकिन, दोनों छात्राओं का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया और आदिम जाति कल्याण विभाग ने भी वरिष्ठ अधिकारियों को इस घटना की सूचना दो दिनों तक नहीं दी।
हरिभूमि के खुलासे के बाद जांच के निर्देश
हरिभूमि.कॉम द्वारा इस मामले के खुलासे के बाद एसडीएम हेमेंद्र भूआर्य ने जांच के निर्देश जारी किए हैं, जिससे छात्राओं की संदिग्ध मौत के पीछे के कारणों का पता चल सके।