Logo
75 दिनों तक चलने वाला बस्तर दशहरा पर्व अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। मंगलवार को एक प्रमुख रस्म मुरिया दरबार अदा की गई।

जीवानंद हलधर-जगदलपुर। 75 दिनों तक चलने वाला बस्तर दशहरा पर्व अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। मंगलवार को एक प्रमुख रस्म मुरिया दरबार अदा की गई। इस दरबार में माझी चालकियों और दशहरा से जुड़े अन्य लोग अपनी समस्या लेकर आए। उनकी समस्या दूर करने के लिए प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, सांसद और विधायकगण पहुंचे। 

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जिले वासियों को 2 करोड़ 99 लाख को विकासकार्यों की सौगात दी। उन्होंने माझी चालकियों की मांगों को जल्द पूरा करने का आदेश दिया है। इसके अलावा पर्व में शामिल होने आए ग्रामीणों के रूकने के लिए 50 लाख की लागत से भवन बनाने की घोषणा की है। 

सीएम साय और राजपरिवार के सदस्य रहे शामिल 

उल्लेखनीय है कि, यह पर्व 600 साल पुरानी है। पर्व की शुरुआत से ही प्रशासन सतर्क हो जाता है। इस पर्व के विभिन्न रस्मों को अलग-अलग जाति-वर्ग के लोग निभाते हैं। आज सिरहासार भवन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ बस्तर राजपरिवार के सदस्य कमलचंद भंजदेव, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद रहे। 

इसे भी पढ़ें : जगदलपुर में प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग : रायपुर के लिए विमान ने भरी थी उड़ान, 62 यात्री थे सवार

भाजपा की सरकार के रहते पर्व में कोई कमी नहीं होगी- सीएम साय 

मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम साय ने कहा कि, जब तक प्रदेश में भाजपा की सरकार रहेगी तब तक दशहरा पर्व में कोई कमी नहीं रहेगी। वहीं सूरजपुर की घटना को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि, घटना में शामिल लोगों को नहीं बक्शा जाएगा, चाहे वे जो भी हों, किसी भी दल से हों उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटना से आम जनता को दूर रहने की बात भी कही है। साथ ही कहा कि, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव के लिए पार्टी पुरी तरह से तैयार है और दोनों चुनाव में परिणाम भाजपा के पक्ष में ही आएगा।

5379487