सज्जाक खान- छुईखदान। छत्तीसगढ़ के छुईखदान में एक लंबे समय के बाद लगभग एक माह की झड़ी और झमाझम बारिश ने जहां पूरे क्षेत्र के वातावरण को खुशनुमा बना दिया है। वहीं किसानी पर आश्रित इस क्षेत्र की जीवनदायिनी बांधों भी भर गई हैं। जिससे किसानों में अच्छी फसल की आस जग गई है। वहीं पिपरिया जलाशय में पानी का भराव होने के बाद जल स्तर बढ़ने से उलट मार्ग से शुरु हो जाता और डेम का रमणीय स्थल से पानी झरने के रूप में प्रवर्तित हो जाता है। जो कि, बांध की सुंदरता चमक बिखेर देता है। वैसे भी यह छेत्र वाटर फाल के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन बरसात के दिनो जो फाल नथेला बांध में बनता है वो सैलानियों को अपने ओर आकर्षित करता है।
छुईखदान में एक लंबे समय के बाद लगभग एक माह की झड़ी और झमाझम बारिश ने जहां पूरे क्षेत्र के वातावरण को खुशनुमा बना दिया है। वहीं किसानी पर आश्रित इस क्षेत्र की जीवनदायिनी बांधों भी भर गई हैं। pic.twitter.com/MWRchPrLfm
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 3, 2024
खेती वाले इस क्षेत्र मे आजादी के बाद से ही क्षेत्र के नेतृत्व कर्ताओं के द्वारा बांधों की स्थापना को लेकर गंभीर प्रयास किए जाते रहे हैं। जिसका परिणाम यह है कि, संपूर्ण क्षेत्र छोटे बड़े बांधों से लबरेज है। एक दशक की प्रतीक्षा के बाद लगभग एक माह से झमाझम बारिश हुई और सारे बांध अपनी पूर्णता को पार कर चुके तो लोगों को आने वाले साल में भी अच्छी फसल की आस बन गई है। वहीं क्षेत्र के पर्यटन स्थल के रूप में ख्याति पा चुके संपूर्ण क्षेत्र की जीवनदायिनी पिपरिया जलाशय (छिंदारी बाध) में बांध का उलट देखने और उससे होकर गुजरनें वाले बैतालरानी घाट को देखने के लिए हर रविवार हजारो की तादाद मे सैलानीयों का आना जाना प्रारंभ हो चुका है।
छुईखदान में एक लंबे समय के बाद लगभग एक माह की झड़ी और झमाझम बारिश ने जहां पूरे क्षेत्र के वातावरण को खुशनुमा बना दिया है। वहीं किसानी पर आश्रित इस क्षेत्र की जीवनदायिनी बांधों भी भर गई हैं। pic.twitter.com/tK6ZiYvTyr
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सैलानियों की लग रही है भीड़
यहां यह बताना आवश्यक है कि, इस क्षेत्र की प्रमुख बांध जिसमे छिंदारी बांध, पैलीमेंटा बांध, सुरही जलाशय आदि एैसे बांध हैं जो लगभग तीस किमी की दूरी तक क्षेत्र केा सिंचित करते हैं। यही कारण है कि, इन बांधों को क्षेत्र की जीवनदायिनी कहा जाता है। वर्तमान में ये सभी बांध अपनी निर्धारित सीमा से उपर चलने की खबर है। जिससे उलट का विंहंगम दृष्य का निर्माण हो रहा है। वहीं क्षेत्र के अनेको जलप्रपात जैसे कुआंधास, नथेला का उलट आदि अपनें पूरे शबाब पर बताया जा रहा है। जिसे देखने के लिए सैलानी दूर शहरों से लेकर गांव से रोज इस शहर से होकर गुजरते हैं। वही वन्य प्राणीयों को भी इस बारिश से राहत मिलनें की खबर है जो कि, बारिश की कमी के कारण पानी की तलाश में इधर उधर भटककर शिकारियो के हाथ लग जाते हैं।
15 दिनों तक लगातार बारिश होने की संभावना
फिलहाल आने वाले एक पखवाड़े से अधिक समय तक बारिश की झड़ी सतत जारी रहने की संभावना बताई जा रही है। जिससे प्राकृतिक वातावरण और भी नयनाभिराम और आनंद देनें वाला हो जाने की संभावना बताई जा रही है। जो कि भरपूर पानी के कारण आनें वाले 6 माह से अधिक समय तक जलप्रपात का आनंद लोगों को देते रहेंगे। इस प्रकार से इस बार की भरपूर झमाझम बारिश नें इस क्षेत्र को दोहरी प्रसन्नता और भरपूर फसल की सौगात दे रही है। जिससे आगामी ठंड का मौसम भी शानदार होने की संभावना जताई जा रही है।