रायपुर- छत्तीसगढ़ बोर्ड की परीक्षाएं देने के लिए 2025 के सत्र से नई व्यवस्था लागू की जाएगी। जिसमें 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं साल में दो बार होगी। शिक्षा सत्र 2025-26 से यह लागू कर दिया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत बदलाव किया जा रहा है।
फिलहाल, इस बार की परीक्षा 1 मार्च से शुरू हो रही है। इसमें करीब 6 लाख छात्र शामिल होने वाले हैं। लेकिन 2025-26 से ऐसा नहीं होगा, यह परीक्षाएं साल में दो बार ली जाएगी।
छात्रों का तनाव कम होगा
जानकारी के मुताबिक, नई व्यवस्था से छात्रों को फायदा होगा। इससे बोर्ड एग्जाम को लेकर छात्रों का तनाव कम होगा। पूरे कोर्स को अलग-अलग हिस्सों में बांटा जाएगा। इसका फायदा छात्रों को मिलेगा। सीबीएसई की भी 10वीं और 12वीं परीक्षा साल में दो बार आयोजित करने की तैयारी चल रही है।
सीबीएसई से निर्देश जारी किए जाएंगे
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि, शैक्षणिक सत्र 2025-26 से साल में दो बार सीबीएसई के छात्रों को बोर्ड परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। हालांकि अब बताया जा रहा है कि, साल में दो बार बोर्ड एग्जाम को लेकर सीबीएसई निर्देश जारी करेगा।
छात्रों को क्या फायदा मिलेगा
दो बार एग्जाम होने से छात्रों और माता-पिता की टेंशन कम हो जाएगी। कोर्स दो भागों में होने की वजह से परेशानी नहीं होगी। हर चैप्टर को समान वेटेज भी दिया जाएगा। शिक्षकों के लिए कोर्स पूरा करने में आसानी होगी।