श्याम किशोर शर्मा, नवापारा-राजिम। सावन के तीसरे सोमवार को पीसीसी के पूर्व चीफ पूर्व विधायक धनेंद्र साहू का नवापारा बस स्टेण्ड में सुबह 10 बजे मातृशक्तियों ने तिलक लगाकर और आरती कर पंचकोशी धाम के लिए काफिले को रवाना किया।
उल्लेखनीय है कि, श्री साहू बुलेट मोटरसायकल पर सवार थे और भगवा वस्त्र धारण कर खुद गाड़ी चला रहे थे। समर्थकों, शिवभक्तों की गाड़ियां साथ-साथ चल रही थी। पुलिस की पायलेटिंग गाड़ी सामने में थी। नवापारा पहुंचने के पहले श्री साहू शिवभक्तों के साथ महानदी का जल लेकर कुलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे। यहां उन्होने पूजा-अर्चना की। उसके बाद सबसे पहले पटेवा पहुंचे। पटेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना किया और इस तरह से उनका काफिला नवापारा आया। नवापारा बस स्टेण्ड में शिवभक्तों ने आरती उतारी और फूल माला पहनाकर अभूतपूर्व स्वागत किया।
नवापारा में इन्होंने किया स्वागत
नवापारा में स्वागत करने वालो में जनपद के पूर्व उपाध्यक्ष चंद्रहास साहू, नवापारा, अभनपुर और नवापारा ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष सौरभ शर्मा, विद्याभूषण सोनवानी, गिरधारी साहू सहित पालिकाध्यक्ष धनराज मध्यानी, जीत सिंह, रायपुर जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव रामा यादव, स्वर्णजीत कौर, निर्माण यादव, राकेश सोनकर सहित बड़ी संख्या में मातृशक्तियां, शिवभक्त मौजूद थे।
भक्तिमय हो उठा माहौल
इस समय बस स्टेण्ड का वातावरण शिवमय हो गया था। सैकड़ों गाड़ियों में सवार शिवभक्त भोलेनाथ का जयकारा लगा रहे थे, वहीं शिवभक्ति के भजन से माहौल भक्तिमय था। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में दोपहिये एवं चार पहिये वाहनों में समर्थक भी साथ-साथ चल रहे थे। पंचकोशी यात्रियो में जमकर उत्साह और उमंग था। यहां स्वागत अभिनंदन के बाद पंचकोशी धाम के चंपारण जाकर चंपेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना की।
लगभग सवा सौ किमी. की है पंचकोशी यात्रा
चंपारण के प्रसिद्ध चंपेश्वर नाथ महादेव मंदिर में पूजा- अर्चना करने के बाद टीला एनीकट मार्ग से होते हुए महासमुंद के पास बम्हनेश्वर महादेव की पूजा करने पहुंचे। बम्हनेश्वर महादेव का मंदिर भी पंचकोशी धाम में शामिल है। वहां से सूखा नाला के पास कनेकेरा मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और फिर फिंगेश्वर में प्राचीन फणीकेश्वर नाथ महादेव की पूजा अर्चना की। फिंगेश्वर का प्राचीन मंदिर भी पंचकोशी धाम में है। उसके बाद सबसे आखिरी पड़ाव कोपरा था जहां कोपेश्वर महादेव की पूजा अर्चना कर वापस नवापारा राजिम पहुंचे। इन मंदिरों की दूरी राजिम से करीब सवा सौ किमी है। जहां रास्ते के तमाम गांवों में विधायक धनेन्द्र साहू का भव्य स्वागत हुआ।