(बीजापुर से गणेश मिश्रा की रिपोर्ट). छत्तीसगढ़ के सुकमा इलाके में नक्सलियों ने मंगलवार को सुरक्षाबलों के जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। हथियारों से लैस नक्सलियों ने बीजापुर-सुकमा के सीमावर्ती इलाके टेकलगुड़ेम में बने नए कैंप को निशाना बनाया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कैंप पर हुए हमले में 3 जवान शहीद हो गए, जबकि 15 जवानों के जख्मी होने की खबर है। उन्हें इलाज के लिए जगदलपुर और बाद में हेलिकॉप्टर से रायपुर भेजा गया। पुलिस के मुताबिक, टेकलगुड़ेम में मुठभेड़ जारी है। इस दौरान कम से कम 6 नक्सली मारे गए।
टेकलगुड़ेम ने बना है सीआरपीएफ का कैंप
जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों ने सुकमा जिले के टेकलगुड़ेम गांव में सीआरपीएफ का कैंप स्थापित किया है। यहां पर सीआरपीएफ, एसटीएफ और पुलिस के जवान नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए तैनात किए गए। जवानों की एक टुकड़ी सर्चिंग पर निकलने वाली थी, इसी दौरान बड़ी संख्या में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद कोबरा, एसटीएफ, डीआरजी बल के जवानों ने भी हमले का माकूल जवाब दिया। सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले।
हेलिकॉप्टर से रायपुर भेजे गए घायल जवान
नक्सली हमले के बाद बस्तर आईजी सुंदरराज पी जगदलपुर एयरपोर्ट पहुंचे और यहां लाए गए घायल जवानों का हाल जाना। अभी घायल 6 जवानों का जगदलपुर मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है। जबकि 8 जवानों को हेलिकॉप्टर से रायपुर रेफर किया गया। घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
घायल जवानों के नाम:
कोबरा बटालियन C-201: ओमप्रकाश, हरेंद्र सिंह, खड़ेकर रामदास, गोपीनाथ बासू भातरी, राजेश पंचाल, मनोज नाथ, मो. इरफान, ई. वंकेश, विकास कुमार।
कोबरा बटालियन B-201: अविनाश शर्मा, टी मधुकुमार, मलकीत सिंह।
कोबरा बटालियन B-150: सिपाही लांबा
इसी इलाके में शहीद हुए थे 23 जवान
बता दें कि आज जिस इलाके में नक्सलियों ने कैंप पर हमला किया है, उसी टेकलगुड़ेम के जंगलों में 2021 में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के जवानों के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान 23 जवान शहीद हुए थे। यह इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है।