जगदलपुर। पुलिस मुखबिर बताते हुए अपनी ही महिला साथी की नक्सलियों ने जनता के सामने जन अदालत लगाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को गांव की सड़क पर फेंक दिया। नक्सलियों का आरोप है कि, संगठन में रहने के बावजूद वह पुलिस के मुखबिर के रूप में काम कर रही थी।
जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने जिस महिला नक्सली की जनअदालत लगाकर हत्या कर दी उसका नाम निलो उर्फ राधा बताया जा रहा है। उस पर संगठन में रहते हुए पुलिस के साथ मिलने व मुखबिरी करने का शक था। हत्या के बाद शव को चेन्नापुरम गांव के पास फेंक दिया, वहीं नक्सलियों ने शव के पास एक पर्चा भी छोड़ा है। तेलुगु भाषा में जारी पर्चे में बताया कि मृत महिला माओवादी हैदराबाद की रहने वाली थी। नक्सली संगठन में भर्ती होने के बाद इसे आंध्र प्रदेश व ओडिशा सरहद में भेजा गया था, जहां वह सक्रिय थी। नक्सली काफी समय से उस पर नजर रख रहे थे। इसके बाद माओवादियों ने तेलंगाना के चारला मंडल क्षेत्र के जंगल में जन अदालत लगाकर ग्रामीणों के समक्ष महिला माओवादी को मौत की सजा दे दी। हत्या के बाद शव तेलंगाना-छग राज्य की सीमा पर लाकर फेंक दिए। पुलिस ने शव बरामद कर पीएम के बाद आगे की कार्रवाई कर रही है।
खूफिया अधिकारियों के सम्पर्क में थी
आंध्र-ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव गणेश ने पर्चा में बताया है कि अंबेडकर नगर, हैदराबाद निवासी निलो उर्फ राधा पिछले कुछ समय से तेलंगाना, एपी व छग पुलिस के खुफिया अधिकारियों के सम्पर्क में थी। इस व इस दौरान वह पार्टी के कमजोर सदस्यों को संगठित कर संगठन के खिलाफ काम कर रही थी। वह वर्ष 2018 में संगठन में शामिल हुई थी। संगठन में रहने के दौरान अपने छोटे भाई सूर्यम को नौकरी, पैसा और एक शानदार जीवन का वादा करते हुए पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करा दिया था।
पर्चा जारी कर दी जानकारी
आंध ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव गणेश ने पर्चा जारी कर बताया कि हमने पुलिस मुखबिर के रूप में काम करने और क्रांतिकारी गद्दार बनने के कारण नील्सो उर्फ राधा को मार डाला है और उसके शव को चारला मंडल के चेन्नापुरम के उपनगरीय इलाके में फेंक दिया। जानकारी मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल शव बरामदकर पंचनामा के बाद पीएम के लिए खाना कर मामले की जांच कर रही है।