निशाने पर नक्सली : छत्तीसगढ़ पुलिस खरीद रही 3900 ग्रेनेड लांचर 

नक्सली अब पुलिस के मल्टी ग्रेनेड लांचर के निशाने पर होंगे। राज्य पुलिस मुख्यालय ने इस भयंकर मारक हथियार की बड़ी मात्रा में खरीदी की तैयारी कर ली है।;

By :  Ck Shukla
Update: 2025-01-08 04:46 GMT
Naxalites on target, Chhattisgarh police, 3900 grenade launchers purchases
3900 नग ग्रेनेड लांचर खरीदी के लिए जारी हुआ टेंडर
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में हिंसा और उत्पात मचा रहे नक्सली अब पुलिस के मल्टी ग्रेनेड लांचर के निशाने पर होंगे। राज्य पुलिस मुख्यालय ने इस भयंकर मारक हथियार की बड़ी मात्रा में खरीदी की तैयारी कर ली है। नक्सलियों से निपटने के लिए पुलिस अब 3900 नग मल्टी ग्रेनेड लांचर खरीदने जा रही है। इस सौदे के लिए पुलिस मुख्यालय ने टेंडर जारी किया है। खास बात ये भी है कि राज्य में नक्सली भी खुद के ग्रेनेड लांचर बना रहे हैं, इस हथियार से पुलिस और सीआरपीएफ कैंप पर हमले करने सहित कई जगहों पर इस हथियार का इस्तेमाल कर रहे हैं। 

नक्सली खुद के बनाए लांचर से कर रहे हैं हमले

पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार नक्सली भी बैरल ग्रेनेड लांचर का इस्तेमाल पुलिस और सुरक्षा बलों के खिलाफ कर रहे हैं। ये बीजीएल हथियार नक्सलियों ने स्थानीय स्तर पर खुद ही बनाए हैं। नक्सली कांकेर, नारायणपुर, बस्तर और बीजापुर से लगे अबूझमाड़ के जंगलों में नक्सली अपने कुछ कैंपों में अब देसी ग्रेनेड लॉन्चर का निर्माण करने लगे हैं। इस बात की पुष्टि सुरक्षाबलों के कैंपों पर पूर्व में नक्सल हमलों से हुई है। पुलिस को इस बात की जानकारी उस समय मिली जब जब नक्सल हमलों के बाद कुछ जगहों से मिस फायर हुए बैरल ग्रेनेड लांचर मिले। जिनकी मारक क्षमता लगभग 300 मीटर तक है और विस्फोट के बाद यह 10 से 15 मीटर के दायरे में मौजूद व्यक्ति की जान ले सकते हैं। 

कंधे से फायर करने वाला घातक अस्त्र

छत्तीसगढ़ पुलिस इस बार 40 एमएम मल्टी ग्रेनेड लांचर खरीदने जा रही है। इस हथियार को नक्सल एवं आतंकवाद विरोधी और कम तीव्रता वाले संघर्ष अभियानों में इस्तेमाल किए जाने के लिए एक आदर्श हथियार के रूप में माना जाता है। इसमें यूबीजीएल के साथ आमतौर पर इस्तेमाल होने वाला गोला-बारूद किया जाता है। यह जंगल के इलाकों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें उच्च मारक क्षमता होने के साथ ही यह 150-300 मीटर तक की दूरी पर एक सटीक निशाना साधने में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह एक ऐसा हथियार है, जिसे जवान कंधे पर रखकर फायर करता है। पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार राज्य में जरूरत के मुताबिक इस हथियार का इस्तेमाल किया जाता है।

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6 मीटर दायरे को करेगा प्रभावित

राज्य पुलिस ने अभी जो 40 एमएम मल्टी ग्रेनेड लांचर खरीदने की तैयारी की है वह जबरदस्त मारक क्षमता वाला होगा। बताया गया है कि इस वार का असर कम से कम 6 मीटर दायरे को प्रभावित या विनाश कर सकता है। फायरिंग रेंज 150 मीटर तक पिनपॉइंट है, साथ ही फायरिंग रेंज (अप्रत्यक्ष) 350 से 400 मीटर तक होगी। यह 10 से 50 डिग्री के तापमान की रेंज में इस्तेमाल किया जा सकेगा और इसकी जीवनकाल पांच साल के कम नहीं होगा। इस क्षमता वाले हथियार की खरीदी के लिए पुलिस मुख्यालय ने टेंडर जारी किया है।

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