लीलाधर राठी- सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एनआईए की एंट्री हो गई है। टीम जिला मुख्यालय में एक महिला कर्मचारी से नक्सल मामले में पूछताछ कर रही है। कोंटा और मलकानगिरि जिले में भी एनआईए की टीम पहुंची हुई है। इस दौरान बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
कब- कब हुई NIA की कार्रवाई
नारायणपुर में एनआईए ने जून महीने में विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव प्रचार कर रहे बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष रतन दुबे की हत्या की जांच की थी। साथ ही एजेंसी ने एक दर्जन से ठिकानों पर छापेमारी की थी। माओवादी के पूर्वी बस्तर संभाग के बयानार एरिया कमेटी के विभिन्न संदिग्धों और नक्सल समर्थकों से जुड़े परिसरों पर कार्रवाई करते हुए तोयनार, कौशलनार, बडेनहोद, धौड़ाई और कोंगेरा गांवों में 12 स्थानों पर छापेमारी की थी। NIA ने यूथ कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष लालू कोर्राम के घर और यूथ कांग्रेस जिला महासचिव शिवानंद नाग के घर दबिश दी थी। छापेमारी के बाद कुछ कांग्रेस समर्पित सरपंचों को कोतवाली थाना में पुलिस अभिरक्षा में रखा था।
कांग्रेसी नेताओं के घर पहुंची थी NIA
भाजपा नेता रतन दुबे की हत्या को लेकर कांग्रेसी नेताओं के घर सुबह ही NIA की टीम पहुंच गई थी। पूछताछ के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। संदेही लोगों के घरों की तलाशी के दौरान पूरे इलाके में सुरक्षा घेरा लगाया गया था। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रजनू नेताम ने NIA की जांच की बात को स्वीकारते हुए बताया था कि कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं से पूछताछ की थी। छापेमारी में कई मोबाइल फोन, एक टैबलेट और 9.90 लाख रुपए कैश के साथ-साथ नक्सली विचारधारा का प्रचार करने वाले पर्चे और साहित्य भी बरामद किए गए थे। इस मामले में एक आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका था।
बीजापुर में कई ठिकानों पर NIA ने की थी रेड
नक्सल गतिविधियों पर अपनी कार्रवाई तेज करते हुए, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बीजापुर जिले के माओवाद प्रभावित क्षेत्र में कई स्थानों पर छापा मारा था। यह छापेमारी गंगालूर थाना क्षेत्र के पालनार गांव में की गई थी। जहां कई मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए थे।