रायपुर। गंभीर किस्म के अपराध का कारण मादक पदार्थों का सेवन तथा उसका अवैध कारोबार है। राजधानी पुलिस निजात अभियान चलाते हुए मादक पदार्थों की अवैध खरीदी बिक्री रोकने के साथ प्रतिबंधित मादक पदार्थों का सेवन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इसका असर क्राइम के ग्राफ पर देखने को मिल रहा है। मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की वजह से पुलिस अफसरों ने पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रेप, छेड़खानी, चाकूबाजी सहित अन्य गंभीर किस्म के अपराध में कमी आने का दावा किया है।
पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक, मादक पदार्थों की अवैध खरीद-बिक्री पर रोक लगाने से पिछले पांच माह में चाकूबाजी की घटना में 40, रेप की घटना में 10, छेड़खानी में 23, मारपीट में चार, हत्या तथा हत्या की कोशिश में 15 तथा चोरी की घटना में चार प्रतिशत कमी आने का दावा किया है। पुलिस अफसरों के मुताबिक आबकारी एक्ट तथा एनडीपीए एक्ट के तहत 3 हजार 682 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई में 451 लोगों के खिलाफ गैर जमानतीय अपराध दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस थानों में नशे के आदी लोगों की काउंसिलिंग करा कर नशा से मुक्त कराने का कार्य कर रही है। एसएसपी संतोष सिंह के मुताबिक कुल दर्ज अपराधों में बढ़ोतरी हुई है, जो कि मुख्यतः एनडीपीएस और आबकारी में बढ़ी एफआईआर है।
पांच महीने में इतने मादक पदार्थों की जब्ती
पुलिस के अनुसार, फरवरी से जून के बीच 12 सौ किलो से ज्यादा प्रतिबंधित मादक पदार्थ गांजा सहित अन्य घातक किस्म के मादक पदार्थों की जब्ती की गई है। साथ ही पुलिस ने साढ़े छह हजार लीटर शराब जब्त की है। पुलिस ने अपने अभियान में पांच महीने में 1134 लोगों के खिलाफ ड्रंक एंड ड्राइव का केस दर्ज किया है। सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वाले 1364 लोगों के खिलाफ पुलिस ने कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई की है। पिछले वर्ष पुलिस ने कुल 30 लोगों के खिलाफ कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई की थी।