कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। पिछले साल की तुलना में 6970 अधिक किसानों ने अपना पंजीयन करवाया है। इसी बीच खरीदी केन्द्रों के नोडल अधिकारियों का अंतिम प्रशिक्षण आज संपन्न हुआ। धान खरीदी 14 नवम्बर 2024 से शुरू होकर 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।
धान खरीदी केन्द्रों के नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान विस्तार से उनके दायित्व को बताया गया। साथ ही कठोरता से इनका पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। खरीदी के दौरान नोडल अधिकारियों को पूरे समय खरीदी केन्द्र पर बैठकर नजर रखना होगा। हर दिन खरीदी की शुरूआत और समापन अधिकारियों की मौजूदगी में ही किया जायेगा। अपर कलेक्टर की उपस्थिति में खाद्य अधिकारी अमित शुक्ला ने धान खरीदी के संबंध में राज्य शासन के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया।
जिले में 166 धान खरीदी केंद्र बनाए गए
राजस्व् विभाग के पटवारी और कृषि विभाग के आरएईओ को इस बार नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिले में 166 धान खरीदी केन्द्र बनाये गये हैं। इन केन्द्रों पर 1 लाख 67 हजार 787 किसान अपना धान बेच पाएंगे। जो गत वर्ष की 6970 किसान अधिक है। समर्थन मूल्य में धान बेचने को लेकर किसानों में उत्साह देखा जा रहा है। वे बेसब्री से खरीदी शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। प्रशिक्षण में बेचने लाने वाले धान सहित अन्य नियम कायदों की जानकारी दी गई। बताया गया कि, धान में 17 प्रतिशत से अधिक नमी नहीं रहनी चाहिए।
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पंजीकृत किसानों से ही ख़रीदा जाएगा धान
निम्न श्रेणी के धान का मिश्रण 6 %, डेमेज और डिस्कलर 5 %, अधपका और सिकुड़ा धान 3 %, बाह्य पदार्थ 1 और कार्बनिक 1 % तक मान्य होगा। केवल पंजीकृत किसानों से उन्हें जारी टोकन के अनुसार धान खरीदा जायेगा। पुराने वर्षो से धान की खरीदी नहीं की जाएगी। इस साल एक सप्ताह पहले टोकन जारी किए जाएंगे। सीमांत और लघु किसानों को टोकन जारी करने में प्राथमिकता दी जायेगी। इलेक्ट्रानिक कांटा-बांट का धान तौल में उपयोग किया जायेगा। एक बोरे में 40 किलोग्राम धान की भरती किया जायेगा। उपार्जन केन्द्रों पर धान का भण्डारण और सुरक्षा अच्छी तरह किया जाए।
गड़बड़ी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
बारदाने की व्यवस्था के अंतर्गत आधा-आधा पुराने और नये बारदानें उपयोग में लाये जाएंगे। धान की ढेरी स्टेक प्लान के बारे में भी बताया गया। सभी तहसीलदारों को अपने तहसील का नोडल अधिकारी बनाया गया है। वे हर दिन निरीक्षण कर कलेक्टर को रिपोर्ट करेंगे। गड़बड़ी करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी।