अंगेश हिरवानी-नगरी। छत्तीसगढ़ के नगरी ब्लाक के पंचायत सचिवों का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। सभी ने शासकीयकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। इस दौरान सभी पंचायत सचिवों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि, सीएम साय अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री ने पंचायत सचिवों के शासकीयकरण को आवश्यक बताते हुए भरोसा दिलाया था। जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया है।
पंचायत सचिवों ने कहा कि, मुख्यमंत्री के घोषणा के अनुरूप समिति का गठन कर शासकीयकरण के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का उल्लेख किया है। लेकिन अभी तक इस संबंध में ना ही प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है और ना ही बजट में शासकीयकरण का उल्लेख किया गया है। इस वादा खिलाफी से नाराज पंचायत सचिव संगठन ने सर्वप्रथम 17 मार्च को रायपुर मे विधानसभा घेराव किया।
18 मार्च से जारी है धरना
18 मार्च से क्रमबद्ध रूप से अपने- अपने ब्लाक स्तर पर धरना प्रदर्शन करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठ गए हैं, जो अभी जारी है। हमारे संवाददाता जब हड़ताल स्थल पर पहुंचे तो धरने पर बैठे पंचायत सचिवों ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा तथा संगठन के द्वारा आगे और रणनीति तैयार कर आंदोलन को और अधिक उग्र रूप दिया जाएगा।
पंचायत सचिवों के हड़ताल से कामकाज ठप्प
हड़ताल के परिणाम स्वरूप पंचायतों का काम काज ठप्प पड़े हुए हैं। लोग अपने जरूरी कामों के लिए इधर- उधर भटक रहे हैं। जन्म मृत्यु पंजीयन, पेंशन वितरण, राशनकार्ड संबंधी कार्य, प्रमाण पत्र इत्यादि कार्य प्रभावित हो रहा है। हालत ये है कि अभी पंचायत चुनाव में निर्वाचित होकर आए जनप्रतिनिधियों को भी पंचायतों की आवश्यक जानकारियो के लिए भटकना पड़ रहा है।
ये पंचायत सचिव रहे शामिल
धरने पर अध्यक्ष अनित ध्रुव, सचिव रैनकुमार नेताम, उपाध्यक्ष खूबचंद ध्रुव, लक्ष्मी साहू, कोषाध्यक्ष पीलाराम सेन, सहसचिव सुखदेव भारती, भूपेंद्र साहू, संरक्षक मदन सेन, आसत सामरथ, बुधराम नेताम, भीखराय कुलदीप, गैंदलाल साहू, थानसिंह देवांगन, रामकुमार एल्मा सहित ब्लाक के सभी पंचायत सचिव शामिल रहे।