यशवंत गंजीर-कुरुद। छत्तीसगढ़ के कुरुद में पीएम मोदी ने केंद्रीय विद्यालय का वर्चुअली लोकार्पण किया। इस मौके पर विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि, मुझे विश्वास है कि, केंद्रीय विद्यालय कुरूद उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का एक आदर्श मानक स्थापित करेगा। यह विद्यालय नई शिक्षा नीति के अनुरूप आधुनिक और आत्मनिर्भर बनाने वाली शिक्षा उपलब्ध कराने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्रा में करीब 21 करोड़ 93 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित्त केंद्रीय विद्यालय का वर्चुअल उद्घाटन किया। दोपहर करीब पौने 12 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जम्मू कश्मीर में कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। जहां मंच से सीधे देश के विभिन्न स्थानों में बने 25 केंद्रीय विद्यालयों का वर्चुअल उद्धघाटन किया गया। जिसमें चर्रा में दस एकड़ में निर्मित भवन का भी लोकार्पण हुआ। जिसके विधायक अजय चंद्राकर, सांसद चुन्नीलाल साहू, कलेक्टर नम्रता गांधी और कई वरिष्ठ उपस्थित रहे।
सांसद साहू बोले- केंद्रीय विद्यालय का सपना पूरा कर दिखाया
इस मौके पर सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि, एक ही जिले में दो-दो केंद्रीय विद्यालय होना संभव नही था। लेकिन पूर्व मंत्री श्री चन्द्राकर ने अपने मंत्री काल में इसे संभव कर दिखाया। 2017 में कुरुद के कन्या हायर सेकंडरी स्कूल के भवन में खुले केंद्रीय विद्यालय का आज स्वयं का सुसज्जित भवन बनकर तैयार हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि, यह हमारा सौभाग्य है कि इस भवन का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हुआ।
मोदी है तो मुमकिन है वाली बात हमनें सिद्ध कर दिखाई
विधायक अजय चन्द्राकर ने कहा कि 2017 में कुरुद में केवी खोलने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया तो कुछ अड़चन आई। लेकिन तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से बात कर हमने मोदी है तो मुमकिन है की बात को सिद्ध कर दिखाया। इस संस्थान को पीएमश्री विद्यालय का दर्जा दिलाने के लिए अभी से तैयारी की जा रही है। क्योंकि इस ज्ञान के युग में हम शिक्षा के माध्यम से ही समाज में बदलाव ला सकते हैं।
कई वरिष्ठ रहे उपस्थित
कार्यक्रम को कलेक्टर नम्रता गांधी, पूर्व डायरेक्टर प्रभा मिंज ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्राचार्य ग्लोरिया मिंज, ज्योति भानु चन्द्राकर, मालक राम साहू, कृष्णकांत साहू, भूपेंद्र चन्द्राकर, पंकज नायडू, देवेंद्र दादर, डॉ. पीएल जॉनसन, प्रभात बैस, छत्रपाल बैस, कमलेश चन्द्राकर सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी, विद्यालय स्टाप, छात्र छात्राएं और पालकगण उपस्थित थे।