आलोक तिवारी - भिलाई। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 195 लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। खास बात यह है कि, भाजपा ने इस चुनाव में मध्यप्रदेश के जबलपुर लोकसभा सीट के लिए आशीष दुबे को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, उनकी रिश्ते से साली सरोज पांडेय को छत्तीसगढ़ के कोरबा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। सरोज पांडेय दुर्ग से राज्यसभा सांसद रही है और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रही है। वर्तमान में पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।
जबलपुर लोकसभा सीट के प्रत्याशी दुबे दरअसल कोरबा प्रत्याशी सरोज पांडेय की बहन मंजू पांडेय दुबे के देवर हैं। इस तरह उनका जीजा व साली का रिश्ता हो जाता है। दुबे मध्यप्रदेश भाजपा संगठन के प्रदेश मंत्री पद पर हैं और वे वर्ष 1990 से भाजपा के सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य करते रहे हैं। दुबे परिवार जबलपुर के प्रतिष्ठित परिवारों में शुमार है। संघ पृष्ठभूमि के आने वाले आशीष दुबे भाजपा के विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। इधर सुश्री पांडेय पर बड़ा दांव लगाते हुए कोरबा संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है। कोरबा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास मंहत की पत्नी ज्योत्सना मंहत अभी सासंद हैं। कोरबा भाजपा के लिए बड़ी चुनौती वाली सीट मानी जा रही है। डॉ. सुश्री पांडेय की उम्मीदवारी के बाद पूरे प्रदेश की निगाह इस संसदीय क्षेत्र पर टिक गई है।
उद्घोषक रही है ज्योत्सना व सरोज
कोरबा संसदीय क्षेत्र से अपने दौर की आकाशवाणी उद्घोषिका रही ज्योत्सना महंत व सरोज पांडेय आमने-सामने चुनावी मैदान में हो सकती है। हालांकि ज्योत्सना महंत की उम्मीदवारी कांग्रेस की ओर से घोषित होने की औपचारिकता शेष है। ज्योत्सना 80 के दशक में आकाशावाणी भोपाल से युववाणी कार्यक्रम की प्रस्तोता रही है। वहीं, सरोज पांडेय 90 के दौर में आकाशवाणी रायपुर की केजुअल एनाउंसर रही है।
भिलाई के दामाद रहे हैं राकेश सिंह
यह भी एक संयोग है कि जबलपुर से इसके पहले भी निर्वाचित सांसद राकेश सिंह मिलाई के दामाद है। घोषित भाजपा प्रत्याशी आशीष दुबे की रिश्तेदारी भी मिलाई से है। आशीष राकेश सिंह के स्थान पर लोकसभा लड़ेंगे। राकेश तीन बार जबलपुर से सांसद व प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे। राकेश अमी मध्यप्रदेश सरकार में लोकनिर्माण मंत्री हैं। भाजपा ने उन्हें 2023 में विधानसभा चुनाव लड़ाया था।
लिम्का बुक में दर्ज है सरोज का नाम
सरोज पांडेय का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज है। वे एक कालखंड में दुर्ग की महापौर रहते हुए भाजपा की टिकट पर नवगठित वैशालीनगर विधानसमा वर्ष 2008 और 2009 में दुर्ग लोकसभा जीतकर यह कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कराया था।