महेंद्र विश्वकर्मा/जगदलपुर- छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में डेंगू और जापानी बुखार के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात बरतने की सलाह दी है। अब तक डेंगू के 2700 लोगों की जांच की जा चुकी है। जिसमें 79 पॉजिटिव और जेई के लिए 57 की जांच में 7 पॉजिटिव मिले हैं।
मरीजों का उपचार चल रहा है
बस्तर में 23, कांकेर में 2, दंतेवाड़ा में 49, बीजापुर में 2 और सुकमा में 3 डेंगू के पॉजिटिव लोगों का उपचार जारी है। वहीं बस्तर जिले में जापानी बुखार के एक मरीज की मौत हो गई है। हर जिले में जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी संक्रमण के बचाव और रोकथाम के लिए जागरुक कर रहे हैं।
साफ-सफाई की दी सलाह
डेंगू का जड़ से खत्म करने की कोशिश की जा रही है। दुकान में उपयोग हो रहे कूलर को हर हफ्ते साफ करने की सलाह दी जा रही है। कूलर के अंदर के पानी को कपड़े में निचोड़ कर कूलर को सुखा करके दुबारा उपयोग में लाया जाए। पुराने डिब्बे, टायर, टूटे गमले, टूटे प्लास्टिक, कबाड़ आदि सहित निर्माण स्थल जिसमें बरसात का पानी रूक सकता है। उसे कतई खुले में ना रखने को कहा जा रहा है।
कहीं भी पानी खुला न रखें
पानी की टंकी के ढक्कन को ठीक प्रकार से लगाएं। पशु-पक्षी को पानी पिलाए जाने वाले बर्तन को नियमित साफ करके भरें। गमले, फ्रीज की ट्रे, एयर कंडीशनर से निकलते पानी, मनीप्लांट और फन्गसुई के पौधा आदि का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदला जाए। अपने घरों, दफ्तरों और दुकानों के खिड़की-दरवाजे में जाली लगाएं, जब भी सोयें मच्छरदानी के अंदर ही सोयें।
पूरे शरीर को ढंककर रखें
डेंगू मच्छर हमेशा दिन के समय काटते हैं, इसलिये पूरे शरीर को ढंककर रखें। डेंगू बुखार के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सकीय की सलाह जरूर लें और अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन न करें।
डॉ. केके नाग ने 7 जिले के CMHO को दिया निर्देश
स्वास्थ्य सेवाएं बस्तर संभाग के संयुक्त संचालक डॉ. केके नाग ने सातों जिले के सीएमएचओ को निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि, डेंगू, जेई, चिकुनगुनिया से बचाव और रोकथाम पर ध्यान दें।