रायपुर। प्रदेश के शासकीय और निजी विद्यालयों में भी मौजूदा सत्र से 6 वर्ष की उम्र में ही पहली कक्षा में छात्रों को प्रवेश मिल सकेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत ये प्रावधान किया गया है। अब तक प्रदेश में उम्र संबंधित ये प्रावधान लागू नहीं किया जा सका था। सरकार बदलते ही प्रदेश में इसे लागू किया जा रहा है। इसके पूर्व प्रदेश के केंद्रीय विद्यालयों में 6 वर्ष की आयु में ही पहली कक्षा में दाखिले के लिए अधिसूचना जारी की जा चुकी है। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिए एक स्थायी कमेटी बीते दिनों बनाई गई थी।
इस कमेटी ने भी अपने प्रस्ताव में पहली कक्षा के लिए छात्रों की आयु 6 वर्ष करने की बात कही है। प्रदेश शासकीय विद्यालयों में 16 जून से प्रवेश प्रारंभ हो जाएंगे। जिन छात्रों की आयु 30 सितंबर तक 6 वर्ष पूर्ण हो जाएगी, उन्हें ही प्रवेश के लिए पात्र माना जाएगा। कई राज्यों में आयु संबंधित ये मानक पहले ही अपनाए जा चुके हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पहली कक्षा के पूर्व तीन वर्षों तक छात्रों को बालवाटिका अथवा प्री कक्षाओं में अध्यापन कराया जाना है। इस आधार पर पहली कक्षा के लिए न्यूनतम आयु 6 साल तय की गई है।
आवेदन बीते वर्ष की तुलना में अधिक
आरटीई के लिए सीट संख्या बीते वर्ष नए नियम के कारण घटी थी। इस बार सीट संख्या बीते वर्ष के समकक्ष ही है, लेकिन इस बार पिछले वर्ष की तुलना में आवेदन संख्या अधिक है। बीते सत्र में आवेदन संख्या एक लाख तक भी नहीं पहुंच सकी थी। इस बार आवेदन में चार दिन शेष होने के पूर्व ही आंकड़ा एक लाख से पार हो गया है।
आरटीई पोर्टल भी अपडेट
शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गइ हैं। आरटीई पोर्टल में भी आवेदन नई आयु सीमा के आधार पर ही लिए जा रहे हैं। शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए प्रदेश के 6 हजार 562 स्कूलों में रिक्त सीटों के लिए आवेदन मंगाए गए हैं। इन स्कूलों में 52 हजार 763 सीटें हैं। इन सीटों के लिए अब तक 1 लाख 11 हजार 296 आवेदन मिल चुके हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अप्रैल तय की गई है।