रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विवि की वार्षिक परीक्षाएं 5 मार्च से प्रारंभ हो रही हैं। इसके पूर्व विश्वविद्यालय द्वारा नियमित और स्वाध्यायी छात्रों से परीक्षा के लिए आवेदन मांगे गए। अधिकतर प्राइवेट छात्रों ने केंद्र के रूप में दुगो कॉलेज, छत्तीसगढ़ कॉलेज, साइंस कॉलेज और महंत कॉलेज का ही चुनाव किया है। हालात ये हैं कि, इन महाविद्यालयों में बैठक क्षमता से अधिक आवेदन प्राप्त हो गए हैं। सीट संख्या सीमित होने के कारण अब यहां आवेदन करने वाले छात्रों को दूसरे महाविद्यालयों में स्थानांतरित किया जा रहा है।
अर्थात छात्रों ने केंद्र के रूप में चुनाव तो इन महाविद्यालयों का किया था, लेकिन बैठक संबंधित दिक्कतों के कारण इन्हें दूसरे महाविद्यालयों में शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा कुछ कॉलेज ऐसे भी हैं, जहां इतने कम आवेदन मिले हैं कि उन्हें केंद्र के रूप में सूची से ही हटा दिया गया है। यहां के छात्रों को भी दूसरे कॉलेजों में शिफ्ट कर दिया गया है। कुछ नए परीक्षा केंद्र भी रविवि द्वारा इस बार बनाए गए हैं। केंद्रों की सूची सहित वहां स्थानांतरित किए गए छात्रों की संख्या भी रविवि ने अधिसूचना में दर्ज की है।
दुर्गा कॉलेज के छात्र भी शिफ्ट
जिन छात्रों ने केंद्र के रूप में दुर्गा कॉलेज का चुनाव किया था, उनमें से कई विद्यार्थियों को दूसरा केंद्र आवंटित कर दिया गया है। बैठने की पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण यह व्यवस्था की गई है। दुर्गा कॉलेज के छात्रों को महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज और सेंट्रल कॉलेज ऑफ इंफर्मेशन टेक्नोलॉजी में शिफ्ट किया गया है। कृति स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट तथा शांति निकेतन महाविद्यालय को कम आवेदन प्राप्त
होने के कारण सेंटर सूची से हटाया गया है। यहां के छात्रों को क्रमशः हरिशंकर कॉलेज तथा आरआईटीईई कॉलेज में शिफ्ट किया गया है।
ऑटोनॉमस महाविद्यालयों में केंद नहीं
रविवि द्वारा इस वर्ष वार्षिक परीक्षाओं के समय में बदलाव किया गया है। इसके अतिरिक्त ऑटोनॉमस महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर भी सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के कारण लगभग पूरे वर्ष कक्षाएं संचालित हो रही हैं। इन वजहों से इस वर्ष ऑटोनॉमस कॉलेज में नियमित छात्रों के लिए केंद्र नहीं बनाए गए हैं। छत्तीसगढ़ महाविद्यालय और साइंस कॉलेज के छात्र जगह नहीं होने के कारण दूसरे महाविद्यालयों में शिफ्ट किए गए हैं।
800 छात्र शिफ्ट
महंत कॉलेज के प्राचार्य डॉ. देवाशीष मुखर्जी ने कहा कि, हमारे कॉलेज के 800 छात्रों को दूसरे महाविद्यालय में शिफ्ट किया गया है। जगह नहीं होने के कारण उनके केंद्र बदले गए। अन्य बड़े निजी महाविद्यालयों में भी यही स्थिति है।