रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विवि की परीक्षा और मूल्यांकन प्रणाली से छात्र त्रस्त हो चुके हैं। हालात ये हैं कि छात्रों को आरटीआई के जरिए अपनी उत्तरपुस्तिका प्राप्त करके यह पता करना पड़ रहा है कि उनकी कॉपियां का मूल्यांकन सही तरीके से हुआ है अथवा नहीं। ताजा मामला एलएलएम का है। इसकी तृतीय सेमेस्टर की उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में गड़बड़ी सामने आई है। एक छात्र द्वारा नतीजों से संतुष्ट नहीं होने पर अपनी उत्तरपुस्तिका की छायाप्रति आरटीई के जरिए निकलवाई गई।
मूल्यांकनकर्ता द्वारा बहुविकल्पीय सवालों के सही उत्तर को भी गलत बताते हुए अंक काट दिए गए हैं। जो सवाल रविवि ने पूछे थे, उसका जवाब छात्र द्वारा वही दिया गया है, जो किताब में दर्ज है। इसके बाद भी मूल्यांकनकर्ता ने छात्र के उत्तर को गलत मानते हुए क्रॉस का निशान लगाया है। एलएलएम तृतीय सेमेस्टर की संवैधानिक कानूनः जापान एवं स्वीटरलैंड के अंतर्गत ये प्रश्न पूछे गए थे। छात्र द्वारा रविवि प्रबंधन तथा उच्च शिक्षा विभाग को जांच के लिए खत लिखा गया है। गौरतलब है कि, यह परीक्षा जनवरी में हुई थी तथा परिणाम 22 मार्च को जारी किए गए। इसके बाद से छात्र सुधार के लिए लगातार रविवि के चक्कर लगा रहा है।
परिणाम जल्द, लेकिन बढ़ी गलतियां
रविवि द्वारा मौजूदा शैक्षणिक सत्र से केंद्रीय मूल्यांकन प्रारंभ किया गया है। इससे परिणाम तो जल्द घोषित हो रहे हैं, लेकिन गलतियां बढ़ गई हैं। परीक्षा परिणामों को लेकर असंतुष्ट छात्रों की संख्या बीते सत्रों के मुकाबले अधिक है। नियमित रूप से इस संदर्भ में शिकायतें मिल रही हैं। ना केवल मूल्यांकन बल्कि परीक्षा में पूछे गए सवालों को लेकर भी छात्रों द्वारा पूर्व में विरोध दर्ज कराया जा चुका है। बीबीए में निर्धारित अंक से कम अंकों के प्रश्न पूछने का मामला सामने आया था। इसी तरह से बीकॉम के पर्चे में अंकों की गड़बड़ी थी तथा हिंदी में छात्रों को 15 सवाल देकर 20 प्रश्न हल करने कहा गया था। इसे लेकर भी छात्रों ने अपनी शिकायतें दर्ज करवाई हैं।
कर रहे हैं जांच
रविवि के जनसंपर्क प्रभारी प्रो. राजीव चौधरी ने कहा कि, शिकायत की जांच कर रहे हैं। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।