योग्यता की कमी : रविवि को नहीं मिले मनोविज्ञान प्राध्यापक, तीसरी बार जारी होगा विज्ञापन

पं. रविशंकर शुक्ल विवि को मनोविज्ञान विषय के लिए प्राध्यापक नहीं मिल सके। अब रविवि इसके लिए पुनः विज्ञापन जारी किए जाने से लेकर अन्य प्रक्रियाएं पूरी करेगा।;

Update: 2025-04-21 06:40 GMT
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रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विवि को मनोविज्ञान विषय के लिए प्राध्यापक नहीं मिल सके। अब रविवि इसके लिए पुनः विज्ञापन जारी किए जाने से लेकर अन्य प्रक्रियाएं पूरी करेगा। बीते सप्ताह हुई कार्यपरिषद की बैठक में यह  जानकारी दी गई। इसके मुताबिक, रविवि द्वारा सीधी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत मनोविज्ञान विभाग में एसोसिएट प्राध्यापक के पदों पर भर्ती की जानी थी इसके लिए जो भी आवेदन रविवि को प्राप्त हुए थे, वे पद के लिए निर्धारित योग्यता को पूर्ण नहीं करते थे। इस कारण रविवि ने  इन पदों के लिए अभ्यर्थी नहीं मिल सके हैं। कार्यपरिषद की बैठक में इसके लिए पुनः पद विज्ञापित करने का निर्णय लिया गया है।

रविवि प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के 60 पदों पर भर्ती होगी। यूटीडी में शैक्षणिक पदों के लिए सितंबर 2023 में भी वैकेंसी निकली थी। तब प्रोफेसर, एसोसिएट व असिस्टेंट प्रोफेसर के 49 पद थे। इसी वैकेंसी में नया पद जोड़कर संशोधित विज्ञापन बीते वर्ष जारी किया गया था। 2023 में 24 विषयों के लिए भर्ती निकली थी। इस बार 26 विषयों के लिए आवेदन मांगे थे। इस तरह से यह तीसरी बार होगा जब रविवि द्वारा प्राध्यापक भर्ती पूर्ण करने विज्ञापन निकाला जाएगा।

इन विषयों के लिए जारी हुए थे विज्ञापन 

विवि द्वारा जिन विषयों के लिए विज्ञापन जारी हुए थे, उनमें साइकोलॉजी सहित समाज शास्त्र, इतिहास, प्रचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति और पुरातत्व, कम्प्यूटर साइंस, साहित्य और भाषा, अर्थशास्त्र, फिजिक्स एंड एस्ट्रोफिजिक्स, फिलॉसिफी एंड योगा, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड फोटोनिक्स, ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स एंड लेजर टेक्लोलॉजी, बायो-साइंस, एमबीए, बायो टेक्नालॉजी, मैथ्स, फार्मेसी, एंथ्रोपोलॉजी, लॉ, रीजनल स्टडीज, जिओलॉजी, सेंटर फॉर बेसिक साइंस, हिन्दी, लाइब्रेरी इंफॉरमेशन, स्टेटिस्टिक्स, केमिस्ट्री और इनवायरमेंटल साइंस शामिल थे।

तो विलोपित हो जाएंगे पद 

किसी भी शासकीय शैक्षणिक संस्थान में भर्ती के लिए उच्च शिक्षा विभाग से अनुमति प्राप्त करने निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है। जिस शैक्षणिक सत्र में अनुमति ली जाती है, उसी सत्र में यह भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करनी होती है। ऐसा नहीं किए जाने पर उक्त पद विलोपित हो जाते हैं तथा नवीन सत्र में फिर से अनुमति लेनी होती है। रविवि का नवीन शैक्षणिक सत्र 16 जून से प्रारंभ होगा। ऐसे में विवि द्वारा कोशिश की जा रही है कि इसके पहले ही पूर्व अनुमोदित पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण हो जाए।

नैक टीम ने जताई थी आपत्ति 

रविवि को दो वर्ष पूर्व हुए रैंकिंग में बी डबल प्लस ग्रेड मिला था। अपनी कई खामियों के चलते रविवि ए ग्रेड से फिसलकर इस पोजिशन पर आ गया था। ग्रेडिंग के दौरान खामियां गिनाते हुए नैक ग्रेडिंग टीम ने छात्र-प्रोफेसर औसत पर भी आपत्ति जताई थी। यूजीसी द्वारा तय किए गए मापदंडों के अनुसार विवि अध्ययनशाला में प्रति 10 छात्रों के पीछे तय प्राध्यापकों की संख्या अपेक्षाकृत कम है। नियमतः नैक की ग्रेडिंग से संतुष्ट नहीं होने की स्थिति में पांच वर्ष के पूर्व संस्थान को दोबारा आवेदन करने की पात्रता होती है। रविवि द्वारा नैक ग्रेडिंग के लिए फिर से अर्जी लगाई गई है। ऐसे में रविवि कोशिश कर रहा है कि नैक टीम के विजिट के पहले प्राध्यापक भर्ती हो जाए ताकि उन्हें दोबारा इसके लिए माइनस मार्किंग का सामना ना करना पड़े। 

  

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