कुश अग्रवाल- बलौदाबाज़ार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाज़ार जिले में महिलाओं की हत्या करने वाले आरोपी साइको सीरियल किलर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी सीरियल किलर गूंगा है, जिसे पुलिस के लैंग्वेज एक्सपर्ट ने कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा है। आरोपी ने चार साल पहले दो महिलाओं की हत्या कर दी थी।
दरअसल यह पूरा मामला जिले के भालुकोना गांव का है। जहां पर चार साल पहले आरोपी साइको सीरियल किलर ने बड़ी बेरहमी से दो बुजुर्ग महिलाओं की हत्या कर दी थी। घटना के बाद पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ और घटनास्थल के निरीक्षण के बाद आरोपी की पहचान की। वहीं अब पुलिस टीम ने साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की मदद से पूछताछ कर आरोपी को दबोचा। आरोपी साइको किलर गूंगा है।
पेड़ पर लटकी मिली महिला की लाश
भालूकोना गांव के रहने वाले रामायण पटेल ने 29 मई 2020 को लवन थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया, कि मेरी भतीजी अनुपम बाई अपने घर में अकेली रहती थी। जिसका शव महानदी किनारे पेड़ के डंगाल में लटकी पड़ी है। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची तो देखा की एक महिला का शव पेड़ में लटका हुआ था। घटनास्थल पर मृतक महिला के कपड़े बिखरे हुए थे और सिर पर काफी चोट लगा था। मृतक महिला का शव पूरी तरीके से खून से लथपथ था।पास में ही खून लगी सूखी लकड़ी भी पड़ी मिली, जिससे संदेह हो रहा था की किसी व्यक्ति ने लकड़ी से मारकर शव को पेड़ में लटका दिया गया है। इसके बाद पुलिस सबूतों को इकठ्ठा करके मामले की जांच में जुट गई।
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मंदिर के पास मिली दूसरी महिला का शव
दूसरी घटना 13 मार्च 2023 की है। भालूकोना गांव के रहने वाले किशन यादव ने लवन थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि गांव के पनखट्टी तालाब पार मंदिर के पास गौरी बाई यादव उम्र 56 साल का शव पड़ा हुआ है। जिसकी सूचना पर पुलिस मौके पर घटनास्थल पहुंची। जिसके बाद घटनास्थल की जांच करने पर पता चला की मृतिका घर में अकेली रहती थी। मृतिका के सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें थी और वह खून से लथपथ पड़ी हुई थी। साथ ही शव को घसीटने का निशान दिखाई दे रहा था। इस दौरान घटनास्थल में मिले सभी सबूतों खून लगा लकड़ी का टुकड़ा और हंसिया को पुलिस ने अपने कब्जें में लेकर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया था।
साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की मदद से पकड़ा गया आरोपी
इस पूरी घटना के बाद पुलिस ने गांव के लोगों से सिलसिलेवार पूछताछ करना शुरू किया। इस दौरान दोनों महिलाओं के रहन-सहन और दैनिक दिनचर्या का भी अध्ययन किया गया। इसी क्रम में घटनाक्रम के पास मिले सबूतों के आधार पर हत्याकांड में गांव के ही एक संदेही तेजराम उर्फ कोंदा जो गूंगा है बोल नही सकता उसका नाम सामने आया। जिसके बाद संदेही को हिरासत में लेकर साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की मदद से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ किया गया। जिसके बाद पता चला की आरोपी ने एक सीरियल किलर की तरह दोनों महिलाओं की हत्या करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपी निशानदेही पर हत्या में उपयोग किए गए पत्थर और अन्य हथियार भी बरामद किया। इस पूरी घटना में पुलिस ने दो महिलाओं की हत्या करने वाला साइबर किलर चार साल बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।