रायगढ़। छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने रायगढ़ में संगीत महाविद्यालय खोलने की घोषणा की है। चक्रधर समारोह का शुभारंभ के बाद सीएम श्री साय ने कहा कि, ये पिछले 5 साल में फीका हो गया था, लेकिन अब भव्य आयोजन होगा। स्थानीय कला-संस्कृति के साथ-साथ पारंपरिक विरासत को सहेजेंगे। राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गारंटी को सायं-सायं पूरा कर रही है। सरकार राज्य की प्रगति के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि, धान खरीदी, तेंदू पत्ता खरीदी, महतारी वंदन जैसी योजनाओं पर काम शुरू हुआ।
सीएम साय चक्रधर समारोह की परिचय पुस्तिका का किया विमोचन
सीएम श्री साय ने रायगढ़ के शैल चित्रों पर आधारित अभिलेखीकरण पुस्तिका और चक्रधर समारोह की परिचय पुस्तिका का विमोचन किया। साथ ही विनय पांडेय द्वारा ब्राम्हीलिपि और खरोष्ठी लिपि में अनुसंधान पर आधारित कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। सीएम श्री साय ने दीप प्रज्जवलन कर रायगढ़ में चक्रधर समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने कहाकि, संगीत सम्राट महाराज चक्रधर ने शास्त्रीय कला संगीत को विश्व में एक नई पहचान दिलाई है. वहीं अपने ग्राम बगिया के कर्मा नर्तकों को नृत्य करते देख CM साय स्वयं को ना रोक सके और गले में मांदर लटकाकर जमकर थिरके हुए दिखाई दिए।
पद्मश्री हेमा मालिनी ने राधा रासबिहारी संगीत नृत्य नाटिका की दी प्रस्तुति
चक्रधर समारोह में पद्मश्री हेमा मालिनी ने राधा रासबिहारी संगीत नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी। समारोह के दौरान नृत्य नाटिका में हेमा मालिनी राधा के रूप में थीं। इस दौरान उन्होंने साथी कलाकार के साथ राधा-कृष्ण के चरित्र को प्रस्तुत किया। नृत्य नाटिका में हेमा मालिनी ने भगवान कृष्ण और राधा रानी के प्रेम को मंच जीवंत किया। भरतनाट्यम शैली में भगवान श्रीकृष्ण की रासलीला, आराधना और संयोग-वियोग के प्रसंगों को खूबसूरती के साथ मंच पर उकेरा गया। समारोह में CM साय ने हेमा मालिनी और कथक गुरु भूपेंद्र बरेठ को स्मृति चिन्ह भेंट किया। समारोह में स्थानीय कलाकारों ने भी लोक गायन की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।
वित्तमंत्री के महाविद्यालय की पर सीएम ने दी सहमति
वित्तमंत्री और रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने कहा कि, चक्रधर समारोह ऐसा मंच बन गया है कि, दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े बड़े महानगरों से कलाकार यहां परफॉर्मेंस करना चाहते हैं। इसके लिए सिफारिश आती है। एक ऐसा समय आएगा जब विदेशों से भी कलाकार यहां आने के लिए सिफारिश करेंगे। उन्होंने मंच से संगीत महाविद्यालय की मांग भी की थी, जिसके बाद सीएम श्री साय ने इस पर अपनी सहमति दी। वित्त मंत्री ने राजा चक्रधर सिंह द्वारा कत्थक पर लिखी हुई पुस्तक ताल तोए निधि का भी जिक्र किया। उन्होंने प्रशासन, संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग के सहयोग से इसे और भव्य बनाने की बात कही है।
मंत्री नेताम बोले- आज का क्षण ऐतिहासिक
रायगढ़ जिला प्रभारी राम विचार नेताम ने कहा कि आज ऐतिहासिक क्षण है। रायगढ़ की धरती पर चक्रधर समारोह का शुभारंभ हुआ है। कला और सांस्कृति को राजा चक्रधर सिंह ने देश भर में पहुंचाए हैं। यह रायगढ़ का घराना है, जिसमें देश की सभी कला का संगम होता है। जिस तरह छोटी छोटी नदियों से सागर बनता है और उसी तरह यहां भी कला का सागर है।