रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ न्यायालय परिसर में सुनवाई के दौरान के बाबू ने वकील पर हमला कर दिया। रायगढ़ एसडीएम कार्यालय में पदस्थ क्लर्क गोविंद प्रधान ने मुकदमे की सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष मिश्रा के ऊपर हमला कर दिया। जिसे अधिवक्ता के जूनियर्स द्वारा रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि, यह पूरा घटनाक्रम न्यायाधीश के समक्ष ही घटित हुई। वहीं वकीलों ने कार्रवाई की मांग की है।
गोविंद प्रधान के ऊपर उसकी पत्नी ने भरण पोषण का मुकदमा किया हुआ है। जिसकी पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष मिश्रा द्वारा की जा रही है। मुकदमे की सुनवाई के दौरान गोविंद प्रधान ने अधिवक्ता के साथ दुर्व्यवहार किया और हमला करने का प्रयास किया। इससे कोर्ट का काम बाधित हो गया। इस मामले में न्यायालय की ओर से ज्ञापन जारी किया गया है। हमले की घटना की जानकारी मिलते ही तमाम अधिवक्ता एकजुट हो गए और गोविंद प्रधान पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। चक्रधरनगर पुलिस ने गोविंद प्रधान को हिरासत में ले लिया है और नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। गोविंद प्रधान ने मुकदमे के दौरान न्यायालय में स्वीकार किया कि उसने दूसरा विवाह कर लिया है। वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष मिश्रा ने इस पर जिला कलेक्टर से प्रशासनिक कार्रवाई की मांग की गई है।
दो साल से अधिवक्ता चला रहे हैं भ्रष्ट बाबुओं के खिलाफ आंदोलन
आपको बता दें कि, गोविंद प्रधान विगत दो वर्ष पूर्व भी अधिवक्ताओं द्वारा भ्रष्ट बाबुओं के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन के दौरान अपने दुर्व्यवहार और कटु वचनों के लिए कुख्यात रहा है। वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष मिश्रा ने गोविंद प्रधान के इस कुकृत्य के लिए कांग्रेस शासन के दौरान उसे बढ़ावा देने को जिम्मेदार ठहराया है। फिलहाल चक्रधरनगर पुलिस ने अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।